जौनपुर : सिलेंडर फटने से तीन युवकों की हुई मौत

बदलापुर-जौनपुर । महाराजगज केवटली गांव में गुरुवार सुबह रिसाव के कारण गैस सिलेंडर में आग लग गई। रसोई घर में दूध गर्म करते समय अचानक लगी आग से अफरातफरी मच गई। आग की चपेट में आकर दो बच्चे समेत पांच लोग झुलस गए। घायलों के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। महराजगंज थाना क्षेत्र के केवटली गांव निवासी अखिलेश विश्वकर्मा (30) की पत्नी नीलम (28) गुरुवार सुबह रिहायशी छप्पर में बने रसोई घर में दूध गर्म कर रही थी।

उसी छप्पर में उसके दो बच्चे शीवांस (5), युवराज (3) और पति अखिलेश सो रहे थे। उसने माचिस से गैस चूल्हा जलाया कि अचानक से सिलिंडर में आग लग गई।देखते ही देखते आग छप्पर तक पहुंच गई। आग तेजी से धधकने लगा तो नीलम तुरंत वहां से भागी और मदद के लिए गुहार लगाने लगी। पति और बच्चे आग में घिरे थे जिन्हें बचाने के लिए नीलम अंदर दाखिल हुई और वो भी आग में घिर गई। चीखपुकार सुनकर अखिलेश का बड़ा भाई सुरेश (32) पहुंचा। आग इतना भयावह रूप ले चुका था कि उसके सामने टिक पाना मुश्किल हो रहा था।

घर वालों का शोर-शराबा व घर से उठते धुएं को देख आस-पास के लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस को सूचना दी गई और छप्पर को किसी तरह से तोड़कर आग में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। मौके पर जुटे ग्रामीणों ने की मदद से किसी तरह आग पूर्व काबू पाया गया और अंदर फंसे पति-पत्नी समेत दोनों बच्चों को बाहर निकाला। चारों लोग गंभीर रूप से झुलस गए।

मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को स्थानीय सीएचसी पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया ।जौनपुर जिले के केवटली गांव में गुरुवार सुबह रिसाव के कारण गैस सिलेंडर में आग लग गई। रसोई घर में दूध गर्म करते समय अचानक लगी आग से अफरातफरी मच गई। आग की चपेट में आकर दो बच्चे समेत पांच लोग झुलस गए।

घायलों के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। महराजगंज थाना क्षेत्र के केवटली गांव निवासी अखिलेश विश्वकर्मा (30) की पत्नी नीलम (28) गुरुवार सुबह रिहायशी छप्पर में बने रसोई घर में दूध गर्म कर रही थी। उसी छप्पर में उसके दो बच्चे शीवांस (5), युवराज (3) और पति अखिलेश सो रहे थे। उसने माचिस से गैस चूल्हा जलाया कि अचानक से सिलिंडर में आग लग गई।देखते ही देखते आग छप्पर तक पहुंच गई।

आग तेजी से धधकने लगा तो नीलम तुरंत वहां से भागी और मदद के लिए गुहार लगाने लगी। पति और बच्चे आग में घिरे थे जिन्हें बचाने के लिए नीलम अंदर दाखिल हुई और वो भी आग में घिर गई। चीखपुकार सुनकर अखिलेश का बड़ा भाई सुरेश (32) पहुंचा। आग इतना भयावह रूप ले चुका था कि उसके सामने टिक पाना मुश्किल हो रहा था।

घर वालों का शोर-शराबा व घर से उठते धुएं को देख आस-पास के लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस को सूचना दी गई और छप्पर को किसी तरह से तोड़कर आग में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। मौके पर जुटे ग्रामीणों ने की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया गया और अंदर फंसे पति-पत्नी समेत दोनों बच्चों को बाहर निकाला।

चारों लोग गंभीर रूप से झुलस गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को स्थानीय सीएचसी पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया ।

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