जौनपुर। श्री माँ शारदा शक्तिपीठ (मैहर देवी) की जौनपुर के शास्त्रीनगर (परमानतपुर) में 29वें वर्ष की स्थापना दिवस आयोजित किया गया। पूर्वांचल बंदनीय कीर्तिशेष बाबू राधेश्याम गुप्त एवं महन्त सूर्यप्रकाश जायसवाल के अथक प्रयासो का दिव्य प्रभाव है। जो आज जनपद जौनपुर ही नहीं पूरे पूर्वांचल में दिव्यमान आस्था का संवाहक बना है। दो दिवसीय श्रृंगार महोत्सव के दूसरे दिन 4 मार्च को प्रातः काल से माता का श्रृंगार व पूजन कर प्रसाद वितरण तथा विशाल भण्डारा देर रात्रि तक चला।
इस महोत्सव में मंदिर की साजो सज्जा में फूल-माला व बिजली के झालरों से सजाया जो आकर्षक का केन्द्र बना है। माता रानी की कृपा व संकट से मुक्ति पाते हेतु शुभेच्छु भक्तजनों का ताता लगा रहा। महोत्सव के तहत आयोजित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही स्थानीय कलाकारों द्वारा रामचरित्र मानस पाठ 3 मार्च से प्रारम्भ होकर दूसरे दिन सुमधुर भजन-गंगा प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम समापन के बाद भक्तों के लिए भंडारा प्रारम्भ किया गया। भण्डारे में माँ का प्रसाद हजारों की संख्या में ग्रहण किया।
शक्तिपीठ के ट्रस्टीगण महोत्सव में आये अतिथियों का स्वागत किया गया। मुख्य रूप से संदीप पांडये प्रश्स्तजेम्स, ओमप्रकाश जायसवाल, सत्यप्रकाश गुप्त एडवोकेट मुम्बई हाईकोर्ट, विजय जायसवाल अजय जायसवाल, मनीष पांडये, संजय जायसवाल, रविकांत जायसवाल, राजीव जायसवाल, आशुतोष जायसवाल , विनीत जायसवाल, कवि जायसवाल, नितिन जायसवाल, जवाहर जायसवाल, सुशील जायसवाल, अजित जायसवाल, अमित जायसवाल, रोहित जायसवाल जायसवाल, माता के भक्तगण आदि मौजूद रहे।