“फिशिंग कार्य अपने अंतिम चरण में, क्षेत्र को मिलेगा दिवाली उपहार”

संजय शर्मा
गौतमबुद्ध नगर। लम्बी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब अगले महीने अपनी पेशेवर उड़ान के लिए तैयार हो जाएगा। छिटपुट बचे हुए निर्माण कार्य जैसे फोर कोर्ट, चेक-इन, फ्लाइट बोर्डिंग गेट, फ़ोर कोर्ट गेट हाउस, कार पार्किंग एरिया और थोड़े बहुत लिंक रोड जैसे कार्यों को तेजी के साथ अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिनको पूरी तरह कंप्लीट करने की समय-सीमा 20 से 25 अक्टूबर तक रखी गई है। जबकि रनवे, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर, अराइवल, डिपार्चर, बेसमेंट एरिया जहां से कार्गो, सुरक्षा कर्मी चालक दल के सदस्यों के लिए आवागमन होगा काफी पहले ही पूरा किया जा चुका है। ट्रायल उड़ानों की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। सूत्रों का कहना है कि हालांकि कार्गो उड़ान तो लगभग तैयार है लेकिन डोमेस्टिक, इंटरनेशनल और कार्गो उड़ानों का उद्घाटन एक साथ ही 25 अक्टूबर के बाद कभी भी किया जा सकता है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी दोनों मिलकर हरी झंडी दिखाएंगे। स्विट्जरलैंड का ज्यूरिख एयरपोर्ट को भारतीय संस्कृति एवं आतिथ्य को स्विस तकनीक के साथ जोड़कर, जेवर हवाई अड्डे का निर्माण करने की जिम्मेदारी दी गई है। उनका लक्ष्य एक आधुनिक, यूजर-अनुकूल और डिजिटल एयरपोर्ट विकसित करना भी है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) जिसके ऊपर इसके विकास की जिम्मेदारी है, ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी की सौ प्रतिशत सहायक कंपनी है। हवाई अड्डे की इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स को सौंप दिया गया था। अब दीपावली के आसपास यह पूरी तरह विधिवत रूप में आपरेशनल हो जाएगा।