राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहे राजनीतिक ऊहापोह का मंगलवार को पटाक्षेप हो गया।चम्पाई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा का दामन थामेंगे। दिल्ली में मंगलवार काे मीडिया से बातचीत में उन्होंने इसकी पुष्टि की।
चम्पाई सोरेन ने कहा कि इससे पहले 18 तारीख को जब यहां आये थे तो अपना विचार दे दिया था। पहले मैंने संन्यास लेने की सोची थी लेकिन बाद में जनता और कार्यकर्ताओं का हौसला और उनकी मांग को देखते हुए सोचा कि सक्रिय रूप से राजनीति में ही रहूंगा। फिर सोचा कि नया संगठन बनायेंगे लेकिन समय की कमी और झारखंड प्रदेश की अलग परिस्थिति को देखते हुए मंथन करने के बाद भारतीय जनता पार्टी में जाने का निर्णय ले लिया। मेरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर विश्वास बढ़ गया है। भाजपा में मेरे साथ मेरा बेटा बाबूलाल सोरेन भी शामिल होगा।
कोई कुछ भी कहे, हम उसका जवाब देना उचित नहीं समझते
चम्पाई सोरेन ने आगे के प्लान पर कहा कि कल (28 अगस्त) झारखंड जा रहे हैं। दूसरे सवाल पर कहा कि झारखंड में मैंने बहुत संघर्ष किया है। मेरा इतिहास आइने की तरह साफ है। इसलिए कोई कुछ भी कहे, उसका जवाब देना हम उचित नहीं समझते हैं लेकिन हम भाजपा में शामिल होंगे। बाबूलाल मरांडी की नाराजगी पर चम्पाई ने कहा कि हम उस बारे में कुछ भी नहीं कहेंगे।
चम्पाई साेरेन दिल्ली से लाैटने के बाद हेमंत साेरेन मंत्रिमंडल तथा झारखंड मुक्ति माेर्चा की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदाें से त्यागपत्र देंगे। चम्पाई साेरेन रांची में एक बड़ी रैली कर भाजपा में शामिल हाेंगे। इस बीच केंद्र सरकार ने चम्पाई सोरेन की सुरक्षा बढ़ा दी है। उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है। दिल्ली से लौटते ही उन्हें जेड प्लस सुरक्षा मिल जायेगी। अब चंपाई सोरेन की सुरक्षा में 33 जवान तैनात रहेंगे।
इससे पूर्व सोमवार को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान असम के मुख्यमंत्री हिंमता बिस्वा सरमा और चम्पाई के बेटे बाबूलाल सोरेन भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद हिंमता विश्व सरमा ने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी पुष्टि की थी।