JK: जम्मू में फिर मिली आतंक की सुरंग, 150 मीटर लंबी और 30 फीट है गहरी

कठुआ, । गणतंत्र दिवस से ऐन पहले जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ ने बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। बीएसएफ ने कठुआ के हीरानगर में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप पानसार इलाके में अपने ऑपरेशन के दौरान आतंकी सुरंग का पता लगाया है।

हीरानगर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पानसर और पहाड़पुर के बीच जीरो लाइन और तारबंदी के बीच पाकिस्तान द्वारा आतंकियों की घुसपैठ के लिए खोदी गई यह सुरंग मिली है। यह सुरंग 150 मीटर लंबी तथा 30 फीट गहरी है। कुछ दिन पहले इसी सेक्टर में एक और सुरंग का पता लगाया गया था। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने आसपास के सभी इलाकों को घेरकर आतंकियों की मौजूदगी की आशंका के चलते तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह काफी बड़ी सुरंग है। जो कम-से-कम 6 से 8 साल पुरानी लगती है। इसे लंबे समय से घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा होगा। यह ऐसी जगह पर स्थित है, जहां 2012 के बाद से एक्शन देखा गया, जब पाकिस्तान ने फॉरवर्ड ड्यूटी प्वाइंट पर भारी गोलाबारी की थी और आसपास के क्षेत्र में जीरो लाइन पर एक नया बंकर बनाया था।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान द्वारा आतंकियों की घुसपैठ के लिए बनाई गई इस तरह की सुरंगों का भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने पहले भी पर्दाफाश किया है।

प्रमुख सुरंगें, जिन्हें सुरक्षाबलों ने ढूंढ निकालाः

  • 13 जनवरी, 2021 को बोबिया क्षेत्र में 150 मीटर लंबी सुरंग।
  • 18 नवंबर, 2020 को सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांव रिगाल में मिली सुरंग।
  • अगस्त 2020 में सांबा में घुसपैठ के इरादे से बनाई गई सुरंग मिली ।
  • 14 फरवरी, 2017 को रामगढ़ के चमलियाल गांव के छन्नी फतवाल में 20 मीटर लंबी सुरंग मिली ।
  • 2016 में आरएसपुरा के अलाह माई दे कोठे में मिली सीमापार से घुसपैठ के लिए बनाई गई सुरंग।

खबरें और भी हैं...