अमेरिका की जानी मानी बेबी पाउडर कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) को को लंबे समय से पता था कि उनके टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस है और एस्बेस्टस से कैंसर का खतरा है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कुछ खुफिया दस्तावेजों और सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। इसमें कहा गया है कि 1971 से लेकर 2000 तक कंपनी के बेबी पाउडर की टेस्टिंग में कई बार एसबेस्टस मिलाया गया। यह खुलासा रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में हुआ है. रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कंपनी के इंटरनल डॉक्यूमेंट्स का हवाला देते हुए कहा है कि कंपनी एग्जेक्यूटिव से लेकर माइन मैनेजर, वैज्ञानिक, डॉक्टर और यहां तक कि वकील भी इस बात से अवगत थे. यह जानते हुए भी कंपनी सालों से यह प्रोडक्ट बेच रही है.
पाउडर से कैंसर की शिकायत लेकर कोर्ट पहुंचे लोग
जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में हानिकारक केमिकल होने के कई बार आरोप लगे हैं। हालांकि, जुलाई में अमेरिका की सैंट लुइस कोर्ट ने कंपनी के पाउडर में कैंसर फैलाने वाला केमिकल ‘एसबेस्टस’ मिलने के बाद उस पर 4.7 अरब डॉलर (करीब 34 हजार करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया था। यह राशि उन 22 महिलाओं और उनके परिवारों को दी गई जिन्होंने पाउडर की वजह से कैंसर होने का दावा किया था। यह पहला मामला था जब एसबेस्टस की वजह से कैंसर होने का पता चला।
जॉनसन एंड जॉनसन ने रॉयटर्स की रिपोर्ट को बताया गलत
इस रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक में शुक्रवार को 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. सीएनएन ने लिखा कि 2002 के बाद यह कंपनी के शेयर्स में सबसे बड़ी गिरावट है. 19 जुलाई 2002 को कंपनी के शेयर्स में 16 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. तब कंपनी की एक पूर्व कर्मी ने कंपनी पर रिकॉर्ड में गड़बड़ी का आरोप लगाया था.
वहीं जॉनसन एंड जॉनसन ने रॉयटर्स की इस रिपोर्ट को एकतरफा और गलत बताया है. कंपनी का कहन है कि रॉयटर्स का आर्टिकल एकतरफा और झूठा है. कंपनी का बेबी पाउडर सुरक्षित और एस्बेस्टस फ्री है. खुद कंपनी, रेगुलेटर्स, इंडिपेंडेंट लैब्स और शैक्षणिक संस्थानों की तरफ से कराए गए हजारों टेस्ट में से किसी में भी यह बात सामने नहीं आई कि कंपनी के पाउडर में एस्बेस्टस है.