लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन तय हो गया है। इसका औपचारिक ऐलान 12 जनवरी को लखनऊ के ताज होटल में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा मुखिया मायावती की उपस्थिति में होगा।
सपा-बसपा के बीच गठबंधन की खबरें पिछले महीने से आ रही थी। लेकिन अब इस गठबंधन पर पर पूरी तरह से अंतिम मुहर लग चुकी है। बस केवल घोषणा बाकी है। फिलहाल अभी सीटों के बंटवारे के बारे में कुछ कहा जा नहीं सकता है, लेकिन यह तय है कि गठबंधन में कांग्रेस शामिल नहीं रहेगी।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें है। सपा बसपा के साथ आने से अब भाजपा के लिए 2014 में किये गए प्रदर्शन को दोहराना कठिन होगा। 2014 में यूपी में एनडीए गठबंधन ने 73 सीटें जीती थी। शनिवार को लखनऊ के ताज होटल में आयोजित सपा बसपा की संयुक्त प्रेसवार्ता में सीटों के बंटवारे की भी घोषणा हो सकती है। अभी कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों पार्टियां 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। रायबरेली और अमेठी के सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी जा सकती है। जबकि रालोद को तीन सीटे दी जा सकती हैं।
Bahujan Samaj Party Chief Mayawati and Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav to address a joint press briefing in Lucknow, tomorrow pic.twitter.com/iUPzVTyprp
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 11, 2019
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें है। सपा बसपा के साथ आने से अब भाजपा के लिए 2014 में किये गए प्रदर्शन को दोहराना कठिन होगा। 2014 में यूपी में एनडीए गठबंधन ने 73 सीटें जीती थी। शनिवार को लखनऊ के ताज होटल में आयोजित सपा बसपा की संयुक्त प्रेसवार्ता में सीटों के बंटवारे की भी घोषणा हो सकती है। अभी कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों पार्टियां 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। रायबरेली और अमेठी के सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी जा सकती है। जबकि रालोद को तीन सीटे दी जा सकती हैं।