आईएसआईएस आंतकियों के निशाने पर रहे प्रखर हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनकी पत्नी किरन ने शुक्रवार देर शाम बिजनौर के मौलाना अनुवारुल हक और मोहम्मद मुफ्ती नमीम काजमी पर मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि दोनों मौलानाओं ने डेढ़ करोड़ रुपये की सुपारी देकर उनके पति की हत्या करवाई है। वहीं इस हत्याकांड के तार आतंकियों से भी जुड़े होने के सबूत मिले हैं, जिस पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
नाका थाना क्षेत्र स्थित खुर्शीद बाग 26ए निवासी किरन तिवारी ने बताया कि आज (शुक्रवार) दोपहर दो बदमाशों ने उनके पति की निर्मम हत्या कर दी। पति की हत्या के बाद किरन तिवारी ने शिकायत में बताया कि तीन वर्ष पहले 2016 में बिजनौर के इमाम मौलाना अनवारुल हक व मोहम्मद मुफ्ती नमीम काजमी ने ऐलान किया था कि जो कमलेश तिवारी का सर कलम करने वाले को डेढ़ करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। इसी आधार पर किरन ने दोनों मौलवियो के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
आईएसआईएस आंतकियों के निशाने पर थे कमलेश
हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या मामले में एक यह जानकारी मिली है कि कमलेश तिवारी आईएसआईएस आतंकियों के निशाने पर थे। 25 अक्टूबर 2017 को मोहम्मद कासिम और उबेद अहमद मिर्जा को सूरत से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि उन लोगों के हैंडलर ने उन्हें कमलेश तिवारी का वह वीडियो दिखाया था, जिसमें वह पैगेम्बर मोहम्मद पर अमर्यादित बयान दे रहा था। इसी के बाद हैंडलर ने कहा था कि हमें इसे मारना है। वह आतंकियों के हिट लिस्ट में था। घटना के दिन कमलेश तिवारी हत्याकांड में इस्तेमाल मिठाई का डिब्बा 16 अक्टूबर को सूरत की मिठाई के दुकान से खरीदा गया था। इसलिए पुलिस इस मामले में आतंकी कनेक्शन की जांच में जुटी है। इस मामले में अपर मुख्य सचिव ने ट्वीट के जरिए कहा कि उनकी हत्या की वजह पुरानी रंजिश है, पुलिस जांच कर रही है जल्द खुलासा करेगी।
गुजरात ATS के पास मौजूद हैं सबूत
उबैद और कासिम को उनके हैंडलर ने वीडियो दिखाकर कमलेश तिवारी को मारने के लिए कहा था। बता दें कि गुजरात एटीएस ने चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश के बारे में भी खुलासा किया था। गुजरात एटीएस के पास कमलेश तिवारी से संबंधित आतंकियों की चैटिंग और सबूत मौजूद हैं. गुजरात एटीएस ने आतंकियों से पूछताछ में कमलेश तिवारी को लेकर हुए खुलासे की जानकारी सेंट्रल एजेंसी को भी दी थी।
सूरत से लिया गया था मिठाई का डिब्बा
भगवा कपड़े पहने हमलावर मिठाई के डिब्बे में चाकू, कट्टा लेकर आए खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के दफ्तर में मिलने आए थे. जांच में पता चला कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में इस्तेमाल मिठाई का डिब्बा 16 अक्टूबर को सूरत की मिठाई के दुकान से खरीदा गया था।पुलिस मामले में आतंकी कनेक्शन की जांच में जुटी है।
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के खिलाफ नारेबाजी
हत्याकांड के बाद कमलेश तिवारी के आक्रोशित समर्थकों ने भारी संख्या में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के घर का घेराव किया और मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि मामले की जांच में पुलिस लगी है, जल्द ही हत्यारों को पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में उच्चाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं। कमलेश के परिवार की जो भी मांगे हैं उन्हे पूरा किया जाएगा।
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