कमलेश तिवारी मर्डर में पुलिस को बड़ी कामयाबी : दोनों हत्यारे राजस्थान-गुजरात बॉर्डर से गिरफ्तार

नागपुर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली हैं।  बता दें कि सूरत के अशफाक और मोईनुद्दीन कमलेश तिवारी की हत्या के आरोप में वांछित थे जिन्हे पुलिस ने राजस्थान-गुजरात बॉर्डर के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया है। इसके पहले कि सूचना के अनुसार इस मामले में नागपुर से गिरफ्तार चौथा आरोपित सैय्यद आसिम अली 2017 में दुबई से कराची गया था। नतीजन तिवारी हत्याकांड में सैय्यद आसिम अली कि भूमिका और पाकिस्तान कनेक्शन पर एटीएस जांच कर रही है। बहरहाल अदालत ने सैय्यद को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ भेज दिया है। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को मौलाना शेख सलीम, फैजान और रशीद पठान को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया था।

उनकी निशानदेही पर गुजरात एटीएस ने नागपुर से शनिवार को सैय्यद आसिम अली को गिरफ्तार किया था। तिवारी हत्याकांड का मास्टरमाइंड रशीद नागपुर में बैठे सैय्यद से लगातार संपर्क में था और तिवारी की हत्या से पहले और बाद में रशीद और सैय्यद में लगातार बातचित होती रही। हार्डवेअर सामान का व्यवसाय करने वाला सैय्यद आसिम अली नागपुर का रहने वाला है। माईनोरिटी डेमोक्रटिक फ्रन्ट नामक संस्था का वह सक्रिय सदस्य है। साथ ही सैय्यद के सुन्नी युथ विंग संस्था से गहरे ताल्लुकात है। कमलेश तिवारी के कथित विवादित बयान पर सैय्यद आसिम अली ने यु-ट्यूब पर वीडियो भी पोस्ट किया था। सैय्यद कट्टरपंथी बरेलवी मुस्लिम है।

वह सूफी और वहाबी संप्रदाय के लोगो को गैर मुस्लिम मानता है।  तिवारी हत्याकांड से पहले सैय्यद का किसी आतंकी गतिविधि से सीधे तौर पर कोई संबंध सामने नही आया है। लेकिन 2017 में वह दुबई और वहां से कराची गया था। सैय्यद की इस यात्रा का कमलेश तिवारी की हत्या और पाकिस्तान से क्या संबंध है इसकी जांच चल रही है।

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