भास्कर समाचार सेवा
कुसमरा।क्षेत्र के ग्राम बुढ़ौली में सुनील कुमार के आवास पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथावाचक प0 अनूप वशिष्ठ जी महाराज( कान्हा) ने गोवर्धन लीला के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।।
सोमवार को कथावाचक अनूप महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं से जहां कंस के भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार किया, वहीं ब्रज के लोगों को आनंद प्रदान किया। कथा के दौरान कथा व्यास ने गोवर्धन कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि इंद्र का घमंड दूर करने के लिए भगवान कृष्ण ने ग्वाल वालों से इंद्र की पूजा न करके गिरिराज की पूजा करने को कहा, ग्वाल वालों द्वारा गिरिराज की पूजा करने पर इंद्र ने मूसलाधार वर्षा शुरू कर दी।जिससे ग्वाल वाल व्याकुक हो गए।ग्वाल वालों की व्याकुलता को देखकर कृष्ण ने गिरिराज पर्वत को उठाते हुए अपनी कनिष्ठ अंगुली पर रखकर इंद्र का घमंड चूर चूर कर किया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ और कथा पंडाल में गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। फ़ोटो परिचय।क्षेत्र के ग्राम बुढ़ौली में चल रही श्रीमद्भागवत में प्रवचन करते अनूप वशिष्ठ जी महाराज।
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