सिकंदरपुर/कन्नौज। दबंगों द्वारा फर्जी वसीयत बना स्वामित्व बनने की चाहत को एसडीएम और जिला न्यायालय कन्नौज ने खारिज करते हुए पीड़ित राजेंन्द्र देव दुबे और उनके भाईयों के परिवार के पक्ष में फैसला सुनाया लेकिन न्यायालय का फैसला न मानते हुए पीड़ित को विरासतन ननिहाल में मिली खेतिहर जमीन व मकान पर उनका कब्जा हटाकर दबंगो द्वारा जबरन कब्जा कर लेने पर अब पीड़ित और उनके भाईयों के परिवार ने उप जिलाधिकारी छिबरामऊ का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अभी तक पीड़ित को न्याय नहीं मिला हैं।
वह लगातार गांव अकबरपुर से फर्रुखाबाद चक्कर लगा रहे हैं। वहीं राजेन्द्र देव दुबे पुत्र विश्वनाथ दुबे रेलवे रोड फर्रुखाबाद के निवासी हैं। प्रार्थी के मामा रामगोपाल पाण्डेय अकबरपुर के रहने वाले थे उनके पुत्र आदित्य कुमार पाण्डेय के मत्यु के बाद ग्राम अकबरपुर में कृषि योग्य जमीन व मकान बतौर वारिस राजेंन्द्र देव दुबे और उनके भाईयों के परिवार को प्राप्त हुई है। खेतिहर जमीन व मकान पर स्वामित्व को लेकर दीवानी न्यायालय छिबरामऊ वाद संख्या 236/10 चला व जिसमें न्यायालय द्वारा राजेंन्द्र देव दुबे और उनके भाईयों के परिवार के पक्ष में निर्णय किया गया था।
इस निर्णय के विरुद्ध अवधेश कुमार पाण्डेय ने जिला न्यायालय कन्नौज में 92/2015 में अपील की थी परन्तु िजला न्यायालय ने भी उनकी वसीयत को संदेहयुक्त मानते हुए उनकी अपील को खारिज कर दिया। अब उनके अनुसार उक्त कृषि योग्य भूमि व मकान के स्वामी सिर्फ वह और उनके भाईयों का परिवार परिवार है। अवधेश कुमार पाण्डेय व उनके चाचा सुरेश पाण्डेय जबरदस्ती गुण्डई के दम पर राजेंन्द्र देव दुबे के उक्त मकान व जमीन पर कब्जा करना चाहते है। अतः उन्होंने अब उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुए अवैध कब्जोदारों के विरुद्ध विधि कार्रवाई कर कब्जा दिलाने की मांग की है।