
कानपुर। विलेज आर्ट एंड क्राफ्ट द्वारा कानपुर में 12 दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में आए बुनकरों और शिल्पकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है ।
प्रदर्शनी के आयोजक आशीष गुप्ता ने बताया कि ब्रजेन्द्र स्वरुप पार्क, स्काउट भवन लोन, स्वरुप नगर, कानपुर में आयोजित इस प्रदर्शनी में 100 से ज्यादा शिल्पकार और बुनकर आए हुए हैं जो कि देश के विभिन्न हिस्से की कलात्मकता को एक साथ एक ही छत के लिए प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदर्शनी में आए कोलकाता के रायबर आलम रविंद्र नाथ टैगोर की संस्था शांतिनिकेतन में बने लेदर बैग लाए हैं। शांतिनिकेतन में रहने वाले असहाय लोग इसे बनाते हैं। इन लोगों ने लेदर बैग्स पर खूबसूरत पेंटिंग कर इन आकर्षक बनाया है। इस तरह की बैग्स की देशभर में काफी मांग है। लेदर बैग्स पर कलाकारों ने राधा-कृष्ण, मोर, बुद्ध, एलीफेंट और बटिक को बड़ी ही खूबसूरती से प्रिंट किया है। इसके साथ ही लिपस्टिक होल्डर पर भी अपने हाथों की कलाकारी ने दिखाई है। कोलकाता से ही आए बुनकर कमल तालुकदार अपने साथढकाई मसलिन साड़ी लाए हैं।
यह बांग्लादेश का कपड़ा होता है जिस पर कोलकाता में रेशम का काम किया जाता है। बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना यही साड़ी को पहनती है। बड़ी ही नजाकत के साथ कोलकाता के कलाकार साड़ी पर जामदानी वर्क करते हैं । प्रदर्शनी में आए उत्तर प्रदेश के कलाकार अपने साथ मिट्टी के कलाकृतियां लाए हैं। मिट्टी के आकर्षक फ्लावर पोट्स, क्रॉकरी और डेकोरेटिव आइटम्स महिलाओं को अपनी ओर खींच रही है । भदोही उत्तर प्रदेश के बुनकर सिल्क के कारपेट लाए हैं जिसमें परंपरागत डिजाइनें हैं। एक कारपेट को बनाने में 3 महीने तक का वक्त लग जाता है। पुरी तरह हाथों से बने ये कारपेट भव्यता की निशानी हैं। श्री आशीष गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनी 9 फरवरी तक चलेगी । कला प्रेमी सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी ।









