कानपुर।शहर में डेंगू का प्रकोप दिखने लगा है। शहर में हुई डेंगू से पहली मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। शहर के अलग-अलग इलाकों के लिए विभाग ने करीब 60 सर्विलांस टीमें बनाई है जो सभी मोहल्लों में जाकर फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव करेगी। सीएमओ डॉ नेपाल सिंह ने बताया इस साल एकदम से मौसम ने करवट ली है जिसके बाद डेंगू से शहर में पहली मौत हुई। इस बार हम लोग किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहते है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए हम लोगों ने टीमों का गठन किया है।
गुरुवार को पतारा की आठ वर्षीय बच्ची को तेज बुखार की शिकायत पर हैलट अस्पताल में भर्ती किया गया था। जांचों के बाद उसकी ब्लड प्लेटलेट्स में काफी कमी पाई गई थी। कुछ ही घंटे बीतने के बाद उसकी प्लेटलेट्स में 37 हजार से 18 हजार हो गई। जिसके बाद डॉक्टर भी घबरा गए। बच्ची को तुरंत पीआईसीयू में शिफ्ट किया गया जहां शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई। हैलट अस्पताल के सीएमएस डॉ आरके मौर्या ने बताया, जिस समय बच्ची भर्ती होने के लिए अस्पताल लोगों ने बिना समय गवाए उसे भर्ती कर इलाज शुरू किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।शहर के सभी सरकारी अस्पतालों को प्रशासन ने अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। डॉ नेपाल सिंह ने कहा, हम लोगों ने शहर के हैलट, उर्सला और कांशीराम अलावा अन्य सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। डेंगू की जांच किट भी सभी अस्पतालों को सोमवार तक उपलब्ध करा दी जाएगी।
कोरोना की तर्ज होगें, डेंगू के स्पेशल वार्ड
कोरोना के समय शहर में स्पेशल आइसोलेशन वार्ड और डेडिकेटेड अस्पताल बनाए गए थे उसी तरह डेंगू के लिए भी बनाए जाएंगे, यह जानकारी सीएमओ डॉ नेपाल सिंह ने दी। उन्होंने बताया, हम लोग ने इस बार डेंगू से शहर वासियों को बचाने के लिए हर करवाई करने के लिए तैयार है।