कानपुर। एक मजबूर पिता ने पुलिस से अपनी 14 साल की बेटी की कब्र खोद कर शव निकलवाने की गुहार लगाई है। पिता और परिजनों अनुसार बेटी का शव निकालकर पुलिस उसका पोस्टमार्टम करवाए, जिससे बेटी की मौत का असल कारण उजागर हो सके। मामला बाबूपुरवा थानाक्षेत्र के ढकनापुरवा इलाके का है। पुलिस को दी तहरीर में 14 वर्षीय किशोरी की मौत को संदिग्ध बताकर, हत्या की आशंका जताई गई है।
टेलरिंग का काम करने वाले ढकनापुरवा निवासी खुर्शीद अहमद ने बताया कि वो कुवैत में नौकरी करते थे। इधर पत्नी फरहा यासमीन ने मान और बहनों संग गृह कलेश करके 2013 में उनसे तलाक ले लिया था। वो नन्ही बेटी शिफा नूर उर्फ जैनब को भी जबरन अपने साथ ले गए थी। पिछले दस साल में एक बार भी बेटी से उनको मिलने नहीं दिया। बेटी से मिलने के प्रयास पर हंगामा करती और उनपर पुलिस केस कर देने की धमकी देती थी। खुर्शीद अहमद के अनुसार बीते रविवार को ही उन्हें और उनकी मां ज़हीरुल निशा को 14 वर्षीय पुत्री
शिफा नूर उर्फ जैनब की अचानक मौत की सूचना मिली। वो और पूरा परिवार अवाक रह गया। बताया गया की बेटी का शव फांसी पर लटकता मिला था। पिता और दादी को बताए बिना ही पत्नी ने बेटी को बाकरगंज ईदगाह के बेगमपुरवा कब्रिस्तान में दफना दिया। कब्रिस्तान के रजिस्टर में पत्नी ने मछरिया स्थित किराए के घर के बजाए, बाकरगंज स्थित मायके का पता लिखवाया। कब्रिस्तान के मुतवल्ली ने भी बिना कुछ तस्दीक किए दफनाने की इजाजत क्यों दी।
डीसीपी साउथ कार्यालय में दी तहरीर के अनुसार पिता खुर्शीद के अनुसार कई बार इलाके से लोगों ने बेटी के शरीर पर चोटों के निशान देखे थे। पूर्व पत्नी के घर पर अज्ञात संदिग्ध लोगों का आना जाना था। पिता और दादी ने कर से बेटी का शव निकालकर पोस्टमार्टम करके बेटी की मौत का कारण पता लगाए जाने की गुहार पुलिस से की है।