कानपुर। पुरानी रंजिश में आईटीआई छात्र को हनी ट्रैप में फंसा कर बेरहमी से पीटने, कुकर्म और पेशाब पिलाने के मामले में पुलिस अफसरों ने की सख्ती के बाद पुलिस हरकत में आ गयी। तीन टीमें बनाकर जहां आरोपियों को तलाशना शुरू कर दिया गया है वहीं दो आरोपी समेत एलआईयू सिपाही को हिरासत में लिया गया है।
बता दे कि कल्याणपुर थाना क्षेत्र में एलआईयू सिपाही के बेटे ने अपने आधा दर्जन साथियों के साथ मिलकर दो युवकों को बेरहमी से पीटा था। मामले में जेसीपी निलाब्जा चौधरी ने एलआईयू धर्मेंद्र यादव को सस्पेंड किया है। कल्याणपुर के राधापुरम निवासी आईटीआई छात्र आयुष द्विवेदी और उसके साथियों ने करीब दो माह पूर्व एलआईयू सिपाही के बेटे सनी यादव उर्फ हिमांशु को कल्याणपुर बारासिरोही में जमकर पीटा था। पुलिस ने आयुष के खिलाफ हत्या के प्रयास में रिपोर्ट दर्ज की थी। तब से आयुष फरार है। इस बीच सनी ने साजिश के तहत इंस्टाग्राम पर एक युवती के नाम से फर्जी आईडी बनाई। आयुष को बातों में फंसाकर मिलने के लिए सोमवार को परेड के पास मिलने के लिए बुलाया।
दोपहर 12 बजे आयुष अपने राणा प्रताप नगर निवासी दोस्त बिट्टू उर्फ अभिषेक सिंह के साथ बुलाए हुए स्थान पर युवती से मिलने पहुंचा था। इस बीच वहां सनी, अपने साथी कल्याणपुर निवासी शुभम सोनकर, बरासिरोही निवासी नंदू दुबे, आवास विकास सत्यम विहार निवासी ऋषभ चौहान, मोहित मिश्रा, आयुष मिश्रा दो अज्ञात के साथ इनोवा से पहुंचा।दोनों को जबरन कार में अगवा कर लिया। आरोप है कि दोपहर एक से लेकर शाम छह बजे तक दोनों को कार में घुमाकर जमकर पीटा। कोपरगंज रेलवे ट्रैक पर लिटाकर फायर झोंका, जो मिस हो गया।
आयुष के अनुसार कल्याणपुर पहुंचकर एलआईयू सिपाही के बेटे ने अपने पिता को भी बुलाया। उसके पिता ने भी उसे तब तक पीटा जब तक वे दोनों बेहोश नहीं हो गए। इसके बाद आयुष को घायल हालत में कल्याणपुर केसा चौराहे पर फेंक कर फरार हो गए। आयुष के दोस्त अभिषेक उर्फ बिट्टू कुछ देर बाद होटल लैंडमार्क के पीछे पड़ा मिला। देर रात घायल ने थाने के बाहर से चोटों को दिखाते हुए वीडियो वायरल किया तो पुलिस हकरत में आयी। पीड़ित छात्र ने बताया कि उसके साथ सिर्फ मारपीट ही नहीं बल्कि आमनवीय कृत्य किया गया।
उसके मुंह पर कई बार थूका गया, जबरन पेशाब पिलाई गयी। उसके बाद कुकर्म कर वीडियो बनाया गया। मामला संज्ञान में आने के पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने कल्याणपुर पुलिस से सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये जिसके बाद एडीसीपी आकाश पटेल के नेतृत्व में टीमें गठित हुई। पुलिस ने आयुष मिश्रा, नन्दू कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि घटना संगीन है किसी भी आरोपी को बख्सा नहीं जायेगा।