कानपुर। बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत अवसाद में आकर ब्रिटेन के केमिकल इंजीनियर ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पत्नी ने भी चार साल पहले ही जहर खाकर जान दी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की है। बर्रा-2 निवासी गौरव द्विवेदी (38) ब्रिटेन में केमिकल इंजीनियर थे। उनके परिवार में मां मीरा, बहन गरिमा है। जबकि पिता डीपी द्विवेदी का कुछ साल पहले निधन हो चुका है। वहीं, पत्नी वीणा ने भी चार साल पहले जहरीला पदार्थ खाकर जान दी थी।
पत्नी की मौत के बाद अवसाद में रहने लगा था। मंगलवार देर शाम वह सल्फास खाकर घर से निकला था। छपेड़ा पुलिया के पास पहुंचते ही अचानक हालत बिगड़ने पर इसने कल्याणपुर में रहने वाले मामा संजीव को फोन कर सूचना दी। इस पर मामा उसे हैलट अस्पताल लेकर आए। जहां देर रात केमिकल इंजीनियर की मौत हो गई। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। मृतक की जेब से जहर की डिब्बी मिली है। हालांकि पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू की।
बैंक के लोग बना रहे थे दबाव
मौसेरे भाई सनद त्रिपाठी ने बताया कि मृतक गौरव द्विवेदी ने आईसीआईसीआई बैंक से क्रेडिट कार्ड से दो लाख रुपये ले रखे थे। इधर, समय पूरा होने के बाद भी नहीं जमा करने पर बैंक के लोग दबाव बना रहे थे। जिस वजह से वह अवसाद में रहने लगा था।