कानपुर। सस्ते कपड़ों का स्टॉक देने के बहाने शहर के एक करोड़पति कारोबारी को राजस्थान के अलवर में बुला कर बंधक बना कर फिरौती का मामला सामने आया है। नौबस्ता थाने में मामले की शिकायत के बाद पुलिस सक्रिय हुई। राजस्थान के पुलिस अफसरों से यहां के अफसरों ने बात की तो अलवर पुलिस ने छापेमारी की जिसके बाद अपहरणकर्ता कारोबारी को छोड़ कर भाग निकले। हालाकिं इससे पूर्व बदमाशों ने व्यापारी के खाते से 1.30 लाख रुपए निकाल लिया। आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता निवासी गोविंद मोहन गुप्ता ने बताया कि उनके भाई गोपाल मोहन गुप्ता बोरे का कारोबार करते हैं। उन्होंने ऑनलाइन देखा तो अलवर राजस्थान में आधी कीमत पर उन्हें माल मिल रहा था। इसके बाद उन्होंने उक्त नम्बर पर बात की तो कपड़ों का भी बड़ा स्टॉक होने की बात कह गयी जिसे काफी सस्ते में देने का लालच दिया गया।
कानपुर व्यपारी को सस्ता माल देने के बहाने बुलाया, पुलिस ने सकुशलन छुड़ाया
बदमाशों की बातों में आकर व्यपारी ट्रेन से अलवर पहुंच गये। सुबह उन्होंने अलवर पहुंचकर पत्नी को फोन किया और बताया कि उन्हें कुछ लोग लेने आ रहे हैं। इसके बाद बड़े व्यापारी के साथ उनकी मीटिंग होनी है। इसके बाद उनके खाते से 1.30 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया गया।इतना ही नहीं अपहरण के बाद गोपाल मोहन ने भाई, भतीजे और अपने नजदीकियों को फोन करके किसी से एक लाख तो किसी से 2 लाख रुपए खाते में डालने को कहा। परिवार के लोगों ने संदेह होने पर 4 अप्रैल को नौबस्ता थाने में अपहरण और फिर फिरौती मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई।शहर के एक सत्ताधारी नेता के जरिये मामला पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड तक पहुंचा तो उन्होंने क्राइा ब्रांच को एक्टिव किया।
क्राइम ब्रांच की टीम नौबस्ता पुलिस के साथ अलवर के लिए रवाना कर दिया गया। इसके साथ ही अलवर पुलिस से बात करके लोकेशन पर छापेमारी की गई। पुलिस की छापेमारी की भनक लगते ही बदमाश व्यपारी को छोड़ कर भाग निकले। पुलिस ने व्यपारी को सकुशल बरामद कर लिया है। व्यापारी के परिजनों ने बताया कि बदमाशों ने व्यापारी बनकर अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्हें बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा। फिर घर और नजदीकियों से फोन करके खाते में रकम मंगाने को कहा। व्यपाारी को लेकर पुलिस देर शाम तक शहर लौट आयी थी।