कानपुर। रोशन कर दो सारे जहां को.. मेरे सरकार आये है.. नबी ए करीम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्मदिन से एक दिन पूर्व खुशियां मना कर जश्ने ए चिरागा का त्यौहार मनाया। पूरे शहर को बुधवार की रात रंग बिरंगी रोशनी से नहला दिया गया। शहर के अलग-अलग इलाकों में जश्ने चिरागा की रात पर लोग रंग बिरंगी लाइटों से सजा देते हैं। शहर के बेकनगंज, चमनगंज, बबूपुरवा, नई सड़क, इस्तिकाराबाद ,कर्नलगंज ,परमपुरवा किदवई नगर, इलाकों में बड़े-बड़े मस्जिदों के गेट भी बनाए गए । इन गेटों को बांस बल्लियों से सजाकर पर्दों से तैयार किया जाता है।
दुनिया भर में मशहूर मस्जिदों के गेटों को प्रतिकात्मक रूप से बनाने का काम और उन्हें लाइटों से सजाने का काम किया जाता है। वहीं गुरूवार को एश्यिा के सबसे बड़े जुलूसे मोहम्मदी को पुलिस आयुक्त ने हरी झंडी दिखाकर रवाना कि या इस मौके पर डीएम समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। गुरूवार को यतीमखाना, सुतरखाने तक जुलूस में लाखों लोग जुटे। अलम, झंडे लेकर बच्चों से लेकर महिलाओं और नौजवानों से लेकर बुजुर्गो तक में प्यारे नबी की यौमे पैदाइश की खुशी तो दूसरी तरफ वफात को लेकर गमगीन भी थे। शहर एक काजी और अन्य उलेमाओं ने पुलिस आयुक्त को रिबिन लगाकर सम्मानित किया। उसके बाद जुलूस को हरी झंडी दिखायी गयी।
जुलूसे मोहम्मदी में पूरे शहर के छोटे बड़े जुलूस मिलाकर करीब सौ जुलूस शामिल हुए। दस लाख से ज्यादा की भीड़ जुलूस में थी। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जुलूस का एक छोर सुतरखाना तो दूसरा परेड पर था। वहीं पुलिस प्रशासन भी सख्त व्यवस्था बनाये हुए थे।
अफसरों मे पुलिस आयुक्त डॉ आर के स्वर्णकार, डीएम विखासजी अय्यर समेत कई अफसर व कार्यक्रम का संयोजन इश्तियाक अहमद ने किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष मो. रफीक ‘मुन्ना पार्सल’, मो. वसी ‘अंकल’ आदि उपस्थित रहे।