
लखनऊ एअरपोर्ट व कानपुर एअरपोर्ट को रैपिड रेल मेट्रो से सीधे जोड़े जाने की हुई चर्चा
कानपुर | शहर के विकास को नई गति और दिशा देने के लिये कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2051 तक की आवश्यकताओं/इन्फ्रास्ट्रक्चर के दृष्टिगत कन्सल्टेन्ट मेसर्स ट्रैक्टेबल इंजीनियरिंग प्रा.लि. द्वारा सिटी डेवलपमेण्ट प्लान तैयार कराया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक क्षेत्र चाहे व काॅमर्शियल, रेजीडेन्सियल, रिंग रोड, डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर हो, सभी को ध्यान में रखते हुये कार्यवाही की जा रही है।
इस हेतु प्राधिकरण द्वारा विगत चार माह से कन्सल्टेन्ट के माध्यम से तैयार कराये जा रहे सीडीपी का प्लान एक स्तर तक तैयार कर लिया गया है। उक्त तैयार किये गये विज़न प्लान का मण्डलायुक्त डॉ. राजशेखर के समक्ष 21 मई को प्रस्तुतिकरण किया गया, जिसमें शहर के समस्त स्टेकहोल्डर्स, सरकारी विभागों में नगर निगम, केडीए, जिला प्रशासन, एनएचएआई आदि तथा प्राइवेट सेक्टर में मर्चेण्ट चेम्बर एसोसिएशन के सदस्य, आईआईए के सदस्य, सीआईआई के सदस्य, होटल मालिकों, ट्रान्सपोर्टस, एक्सपोर्टस, रियल स्टेट डेवलपर्स, शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित व अनुभवी शिक्षाविदों आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया। अरविन्द सिंह, उपाध्यक्ष कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2051 में नगर की आबादी व स्वरूप को देखते हुये यूपी कैपिटल रिज़न के सिद्धान्त पर बल दिया गया। इनके द्वारा विशेष रूप से इस बात पर बल दिया गया कि सीडीपी में इस तथ्य को इन कारपोरेट किये जाने की आवश्यकता है कि लखनऊ-कानपुर-उन्नाव को उत्तर प्रदेश के कैपिटल रिज़न के रूप में विकसित किया जायेl इससे नगर में उद्योगों व उद्यमियों का पुनः विकास हो सकेगा।
कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित न्यू कानपुर सिटी योजना के साथ नाॅलेज सिटी का विकास, नगर के पश्चिमी ओर किये जाने का प्रस्ताव रखा तथा चकेरी के निकट लाॅजिस्टिक्स एण्ड हाॅस्पिटेलिटी हब तथा नगर के दक्षिणी भाग में नये उद्योगों के लिये सुविधायें विकसित किये जाने का दूरगामी विकास के लिये उपयोगी बताया। इस दौरान आयुक्त ने प्रतिभाग करने वाले गणमान्य लोगो के फीडबैक के लिये एक प्रपत्र भी दिया।ताकि सभी वर्गों का फीड बैक प्राप्त किया जा सके। उपरोक्त प्रस्तुतिकरण के दौरान लखनऊ एअरपोर्ट व कानपुर एअरपोर्ट को रैपिड रेल मेट्रो से सीधे जोड़े जाने पर चर्चा की गयी तथा बिठूर धाम के पौराणिक महत्व को और व्यापक रूप में प्रचारित करने, अयोध्या धाम से सीधे जोड़े जाने तथा इसे विशेष पौराणिक व पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने की अवधारणा पर जोर दिया गया।
मण्डलायुक्त द्वारा नगर के प्रमुख मार्गों का रोड सेफ्टी आडिट कराये जाने तथा यात्री सुविधाओं के साथ इनको पुर्नविकसित किये जाने पर बल दिया। मेट्रो का और अधिक विस्तार करके माॅस पब्लिक ट्रान्सपोर्ट सिस्टम का दायरा बढ़ाये जाने का प्रस्ताव दिया गया। प्रस्तावित रिंग रोड के राजमार्ग से मिलान बिन्दुओं पर हर राज्य मार्ग पर बस स्टेशन व लाॅजिस्टिक्स पार्क विकसित किये जाने हेतु चर्चा की गयी।
कानपुर शहर में वाहनों के आवागमन एवं उससे लगने वाले जाम को ध्यान में रखते हुये शहर के बाहरी क्षेत्रों में ट्रकों की पार्किंग, लोडिंग व अनलोडिंग की सुविधा पे एण्ड यूज पद्धति पर विकसित किये जाने का भी प्रस्ताव दिया गया। साथ ही गंगा रिवर फ्रन्ट के विकास पर चर्चा की गयी। अन्त में उपाध्यक्ष केडीए द्वारा आयुक्त व समस्त स्टेकहोल्डर्स एवं अन्य से कहा गया कि समस्त स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग्स की श्रृंखला आगे भी जारी रहेगी। प्राधिकरण में इनको बुलाकर लगातार मीटिंग्स की जायेगी, जिससे प्रत्येक एडवाइज़/परामर्श को इन कारपोरेट करते हुये बेस्ट सीडीपी तैयार किया जा सके।