कानपुर : ड्रग तस्करों के चक्कर में 2 इंस्पेक्टरों में रार, एक सस्पेंड

कानपुर। ड्रग माफियाओं को संरक्षण देने के मामले में घिरे सेंट्रल जोन के दो इंस्पेक्टरों में से एक को प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर पुलिस आयुक्त के निर्देश पर सस्पेंड कर दिया गया। वहीं पूरे मामले में पुलिस, कथित पत्रकार स्थानीय छुटभैयये नेता हिस्ट्रीशीटर की मिलीभगत से चल रहे नशे के कारोबार, स्पा सेंटर और सैक्स रैकेट की परते भी सामने आने लगी है। इस मामले के सामने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो गये है। 

दरअसल पूरा मामला काकादेव और नवाबगंज थाने के इंस्पेक्टरों के बीच की रार है। पुलिस को दी एक तहरीर के अनुसार काकादेव थानाक्षेत्र से नवाबगंज थाने की पुलिस ने नशे के सौदागरों के खास गुर्गो  सौरभ, विनोद और सोभरन को उठा लिया था। सूत्रों के अनुसार इस मामले में स्थानीय हिस्ट्रीशीटर, कथित पत्रकार की भूमिका तब अहम हो गयी जब उसकी कार और मोबाइल से उठाये गये युवकों के परिजनों को फोन कर छुड़ाने के बदले में दो लाख की डिमांड की गयी। इस बीच दूसरे गुट ने काकादेव इंस्पेक्टर विनय सिंह से मुलाकात करके कथित अपहरण की तहरीर दे दी।

जिसमें काकादेव इंस्पेक्टर के खास ने नवाबगंज इंस्पेक्टर को फोन करके अपहरण का मुकदमा दर्ज करने की घुुड़की दे दी। बस यहीं से दोनों थानों की पुलिस का खेल बिगड़ गया। मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा एक शख्स से मीडिया के नाम पर अफसरों को गुमराह करना शुरू कर दिया। लेकिन ऐन वक्त पर काकादेव थाने के एक दरोगा ने पुलिस के अधिकारी को कथित के साथ फोटो, समेत कई मामलों में फर्जी शिकायत करने के मामले की जानकारी देदी।

काकादेव के सूत्रों ने बताया कि ड्रग माफिया, जुआरियों, और स्पा सेंटर वालों से डीसीपी स्तर के अधिकारी को पैसा पहुंचाने और थाना पुलिस से बचाने के नाम पर ठेका लेने वाले एक कथित ने इस मामले में भी पूरा खेल खेला था। लेकिन इस चक्कर में काकादेव इंस्पेक्टर लपेटे में आ गये। इस बाबत सीपी डॉ आर के स्वर्णकार ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही इस पूरे सिंडीकेट पर उनकी नजर है।

Dainikbhaskarup.com अब WhatsApp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें
https://whatsapp.com/channel/0029Va6qmccKmCPR4tbuw90X

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें