
कानपुर। रिटायर्ड सूबेदार के यहां लाखों की चोरी की घटना को निगम गैंग ने अंजाम दिया था। पूरे गैंग की कमान ससुर और बहू संभालते है। चोरी की इस वारदात का 48 घंटे में ही पुलिस ने खुलासा करते हुए पिता, पुत्र और बहू समेत दो अन्य बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। तीन बदमाश पुलिस के हाथ से फिसल गये। पुलिस ने लाखों का सामान सहित एक लाख से ज्यादा की नकदी बरामद की है।
खास बात यह है इस गैंग की कमान महिला संभालती थी जो की ग्रेजुएट बतायी जा रही है। नौबस्ता में रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार सोबरन सिंह ने किरायेदार के लिये आॅनलाइन विज्ञापन दिया था। दो दिन पूर्व एक महिला और युवक उनके घर पहुंचे और मकान किराये पर लेने के लिये बात की। इस दौरान पूरे घर की लोकेशन देखकर मोबाइल में वीडियो भी बनायी थी। उसके बाद रात में पूरे गैंग ने धावा बोलकर सभी कैमरे बंद कर दिया और रिवालव्र समेत करीब बीस लाख का माल उड़ा दिया था।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की थी। जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने प्रेस वार्ता करके बताया कि घर में लगे कैमरों से लेकर आसपास के आधा किलोमीटर के रेंज में लगे केैमरों, को खंगाला गया तो चोर गैंग की फूटेज मिली। महिला किसी से फोन पर बात कर रही थी जिसके बाद नम्बरों को ट्रेस करना शुरू किया गया। संदिग्ध नम्बरों की पड़ताल करते हुए पुलिस आखिरकार निगम गैंग तक पहुंच गयी।
पुलिस ने चोरी के इस मामले मे संदीप निगम, उसके बेटे राजेश निगम, बहू संध्या निगम समेत अंकित निगम वेद प्रकाश को धर दबोचा। इनके पास से 1.70लाख रूपये कैश, सोने, चांदी के आभूषण, सिलेडर व घर का लाखों का सामान बरामद हुआ है। तीन साथी भागने में सफल रहे। पुलिस अफसर ने बताया कि साउथ सिटी में इस गैंग ने सोबरन सिंह के अलावा, दीपक गुप्ता, सोहराब खान, राजकीय हाईस्कूल जहांगीराबाद, गोतेन्द्र सिंह, शम्भू सिंह समेत तीन अन्य के यहां भी चोरी की थी। इस गैंग की खास बात यह है चोरी के बाद सारा सामान लोडर पर भर कर महिला संध्या के साथ निकलते थे।
इनके दो साथी पहले ही आगे निकल जाते थे अगर पुलिस कभी शक होने पर रोकती थी तो मकान बदलने की बात कहते थे, अगर पुलिस पूछती तो पहले कहां रहते थे वहां पर मौजूद अपने ही गैंग के साथी से बात करा देते थे। गुडवर्क करने वाली टीम में नौबस्ता एसएचओ संजय पांडे, एसअई राम आसरे, पवन मिश्रा, शैलेष पांडे, जयवीर सिंह समेत सिपाहीऔर सर्विलासं टीम की अहम भूमिका रही।











