
पति का आरोप इमरजेंसी में इलाज करने के बजाय पर्चा बनवाने भेजा
घाटमपुर। सीएचसी में डॉक्टरो की लारवाही का एक मामला सामने आया है। यहा पर बुखार से पीड़ित एक महिला अपने पति के साथ इलाज कराने पहुंची थी। इमरजेंसी के बाहर बेंच पर उसे बैठाकर पति पर्चा बनवाने के लिए चला गया, वापस लौटने पर पत्नी की सांसें थम चुकी थीं। पति का आरोप है, कि इमरजेंसी में इलाज के बजाय उसे पर्चा बनवाने के लिए भेज दिया गया। चिकित्सक ने बताया कि महिला को पांच दिनों से बुखार आ रहा था तो वहीं टीवी का भी इलाज चल रहा है। प्रथम दृश्यता अटैक पड़ने से मौत की बात सामने आ रही है।
कोतवाली क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी दारा खेती किसानी करते हैं। उन्होंने बताया कि पत्नी संगीता 45 को टीबी की बीमारी से ग्रसित थी। उसका इलाज एक अस्पताल में चल रहा था। वहीं बीते पांच दिनों से संगीता को बुखार आ रहा था। आसपास के डॉक्टरों से उपचार के बाद भी आराम नहीं मिला। अचानक हालत बिगड़ने पर उसे सीएचसी घाटमपुर की इमजरेंसी वार्ड में लेकर पहुंचे थे। आरोप है कि इमरजेंसी में स्टॉफ ने पत्नी का इलाज करने के बजाय पर्चा बनवाकर लाने को कहकर लौटा दिया गया। पति दारा ने इमरजेंसी के बाहर नीम के पेड़ के नीचे बेंच पर संगीता को बैठाकर काउंटर में पर्चा बनवाने चला गया। जब वह लौटकर आया तो पत्नी अचेत अवस्था में पड़ी थी। चिकित्सक ने जांच के बाद संगीता को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पति शव लेकर गांव लौट गया। मामले में घाटमपुर चिकित्साधीक्षक डॉ कैलाश चंद्रा ने बताया कि जानकारी मिली है। डॉक्टर से पूछताछ की जाएगी। महिला की मौत बीमारी से हुई है।