कानपुर | राष्ट्रीय हिंदू संगठन के सदस्यों द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किये जाने को लेकर एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी कानपुर को दिया गया, जिसमें भारत को हिंदू राष्ट्र जल्द से जल्द घोषित करने की मांग की गयी। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि भारत वैदिक सनातनी परंपराओं को मानने वालो का देश रहा है और वर्तमान में भी हिंदू धर्म के अनुयायियों की संया अधिक है।
देश की आधी जनसख्ंया द्वारा अंगीकृत धर्म ही देश का धर्म होता है और विश्व के सभी देशों में ऐसा ही है। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक कुमार यादव ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि भारत विभाजन विलेख के अनुसार हिंदू धर्म से विभिन्न धर्मवलंबियों को उनकी मांग के अनुसार भारत भूमि का बड़ा भूभाग एक स्वतंत्र देश के रूप में दे दिया गया था, विश्व में हर धर्म पंथ के अपने अलग देश है लेकिन हिंदुओं का सिर्फ भारत है और ऐसे में यदि हिंदू को भारत से भगाया गया तो वह कहां जायेगा, इसलिए हिन्दुओं के अपने भारत देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाये।
कहा जो लोग अलग राष्ट्र लेकर भी भारत में रह रहे है उन लोगों का धर्म कभी भी राष्ट्र का धर्म नही हो सकता और होना भी नही चाहिये। भारत से अलग हुए सभी देश धार्मिक आबादी के आधार पर धार्मिक देश हो सकते है तो भारत हिंदुओं का देश हिंदू राष्ट्र क्यों नही होना चाहिये। कहा कि आज से इस मांग को लेकर आंदोलन प्रारम्भ हो रहा है तथा भारत के हिंदू राष्ट्र घोषित होने तक संगठन आंदोलनरत रहेगा। ज्ञापन देने में संगठन मंत्री सुदेश शर्मा, आशीष दुबे, अमित दीक्षित, आलेक पांडे, नरेंद्र तिवारी, कुलदीप दुबे, आर्यन त्रिपाठी, दिव्या वर्मा, अवनीश द्विवेदी, पवन दीक्षित, आयुष शुक्ला, नीरज श्रीवास्तव तथा संतोष बाजपेई आदि उपस्थित रहे।