कानपुर । घाटमपुर क्षेत्र में बिजली कर्मियों के हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। यहां बीते पंद्रह घंटे से पतारा कस्बा समेत 32 गावों की विद्युत आपूर्ति बाधित है। वहज शाम को लाइन में हुई फाल्ट बताई जा रही है। ग्रामीणों ने जब बिजली विभाग के अधिकारियों को फोन मिलाया तो उनका नंबर बंद बताता रहा। जिसके बाद लोगों ने पावर हाउस से जानकारी ली तो पता चला हड़ताल के चलते कर्मचारी लाइन सही करने नही पहुंचे है, जिसके चलते सप्लाई बहाल नहीं हो सकी है।
शाम को लाइन में हुई फाल्ट सही करने नहीं पहुंचे कर्मचारी
उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों के हड़ताल के साथ लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। सरकार ने बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से निपटने के लिए संविदा पर तैनात प्रदेश भर में 500 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी है। फिर भी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर आड़े हुए है। जिसके चलते लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। घाटमपुर तहसील क्षेत्र के पतारा कस्बा निवासी प्रमोद कुमार, विनोद तिवारी, सुनील कुमार, भोला अग्निहोत्री, सोनू पाठक, लक्ष्मण सिंह, गोपाल शुक्ला, धमेंद्र मिश्रा, गोपाल दुबे आदि लोगों ने बताया कि शुक्रवार शाम को लाइट चली गई थी, जिसके बाद देर शाम तक जब लाइट नहीं आई तो उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को फोन मिलना शुरू किया पर बिजली विभाग के अधिकारियों का नंबर बंद बताता रहा। ।
उन्होंने पावर हाउस के नंबर पर संपर्क किया तो पता चला की धरमपुर बंबा के पास से लाइन में फाल्ट हुई है, जिसके चलते सप्लाई बाधित है। ग्रामीणों ने लाइन सही होने के बारे में जानकारी ली तो पावर हाउस में तैनात कर्मचारी द्वारा ग्रामीणों को बताया गया की हड़ताल की वजह से कर्मचारी नहीं है, जिसके चलते आज रात में विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पाएगी। मामले में घाटमपुर एसडीएम अमित गुप्ता ने बताया कि जानकारी मिली थी, एक्सियन से बोला है, जल्द फाल्ट सही करवाकर विद्युत आपूर्ति बहाल कराई जाएगी।
हाईकोर्ट में पहुंचा बिजली हड़ताल का मामला
उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की चल रही हड़ताल का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। हाईकोर्ट ने बीते दिन विद्युत कर्मचारी संघ समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे समेत अन्य नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी कर उन्हें सोमवार को कोर्ट में तलब किया है। आपको बता दे की प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।