कानपुर। चकेरी में लोहा व्यपारी संजय गौड की गोली मार कर हत्या के मामले में सवा दो माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। हालाकिं पुलिस ने इस मामले में कई जनपदों और प्रदेशों तक में संदिग्धों को उठा कर पूंछताछ की है पर कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। अब पुलिस ने लोकल गैंग पर काम करना शुरू कर दिया है। बता दे कि दस मई को लालबंगला में लोहे का कारोबार करने वाले संजय गौड की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। बदमाशों ने पांच लाख कैश भी लूट लिया था। कृष्णा नगर में रहने वाले लोहा कारोबारी के यहां खुद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पहुंचे और 48 घंटे में खुलासा न करने पर कार्यवाही की बात कही थी।
विस अध्यक्ष ने 48 घंटे में खुलासा न करने पर कार्यवाही की बात कही थी।
इस मामले में पूर्व इंस्पेक्टर रत्नेश सिंह को हटा दिया गया था। अस्सी दिन बीत चुके है पर बदमाशों के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है। डीसीपी पूर्वी की सर्विलांस, क्राइम ब्रांच टीम समेत थाने की फोर्स ने इन अस्सी दिनों में कन्नौज, फतेहपुर, उन्नाव, रायबरेली समेत कानपुर के आसपास के जिलों के करीब सौ से ज्यादा संदिग्ध लोगों की जानकारी जुटा कर खुलासे की कोशिश की पर सफलता नहीं मिली है।
सूत्रों की माने तो अब पुलिस ने घटनास्थल से पांच किलोमीटर के दायरे में सक्रिय रहे पुराने गैंग और नयी उम्र के बदमाशों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी। पांच दिन में तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को उठा कर पूछताछ की गयी हैै। वहीं पुलिस की इस धरपकड़ का दलाल किस्म के लोगों ने फायदा उठाना भी शुरू कर दिया है।
चर्चा रही कि लालबगंला में दुकान चलाने वाले पंकज और राहुल नाम के युवक से भी पूछताछ की गयी । उनके उठते ही कल्याणपुर के दो युवकों ने पुलिस से बचाने के नाम पर डील की कोशिश की लेकिन युवकों ने पुलिस का सहयोग किया। वहीं पुलिस ने भी पूछताछ के बाद किसी से कोई वसूली नहीं कि मामला अफसरों के संज्ञान में भी आया है।