
कानपुर। अनवरगंज के बासमंडी की सबसे बड़ी गारमेंट मार्केट में शुक्रवार की रात आग ने जमकर कहर बरपाया। ए आर टावर में शार्ट सर्किट से लगी आग ने कुछ ही मिनटों में आसपास के 5 कॉप्लेक्स को चपेट में ले लिया। आग की ऊंची ऊंची लपटे और धुआं आसपास के मकानों और इलाके में फैला तो हड़कंप मच गया। भीशड़ अग्निकांड की सूचना मिलते ही पूरे जनपद की पांच दर्जन दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन आग पर काबू नही पा सकी। तेज हवाओं के चलने के कारण आग ने सभी पांच कॉम्पलेक्स को चपेट में लिया। पाचो मार्केट में करीब 722 छोटे बड़े दुकानदारों की दुकानें और गोदाम है। आग ने लगभग पाँच करोड़ के आसपास का माल जलकर खाक हो गया। आधी रात को ही पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी, डीएम विशाख जी समेत फायर अफसर घटनास्थल पर पहुंच गये।

आग का विकराल रूप देखते ही आसपास के जनपदों से दमकल की साठ से ज्यादा गाड़ियां पहुंची पर आग पर काबू नहीं पा सकी। लखनफ से हाईडेबिल फायर क्रेन भी मंगायी गयी।आग की विकरलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है फायर अफसरों से स्थिति नहीं संभली तो सेना, एयरफोर्स के अफसरों को बुलाया गया। दोपहर तक आग पर तो काबू पा लिया गया लेकिन धूंए के चलते पूरी तरह मार्केट के अंदर अफसर नहीं घूस सके।।समाचार लिखे जाने तक एक व्यक्ति लापता था। अनवरगंज थाना क्षेत्र में ए ऑर टॉवर के एक नम्बर कॉम्पलेक्स में रात करीब सवा एक बजे शाट सर्किट से आग लग गयी। एक के बाद एक दो धमाके हुए जिसके बाद चौकीदार ने शोर मचाया। मार्केट के अंदर करीब एक दर्जन मजदूर सो रहे थे।

पाँचो मार्केट में 722 छोटे बड़े दुकानदारों की दुकानें और गोदाम।
आग की लपटे और दम घोंटू धूंआ उठते ही सभी जान बचाकर भागे। महज बीस मिनट में ही आग ने ए आर टॉवर के 2 नम्बर कॉप्लेक्स को पहले चपेट में लिया। यहां कपड़ों की गांठे गलियारे में रखी थी जिससे आग तेजी से फैलती चली गयी। आग लगने की सूचना मिलते ही आसपास के पांच थानों की पुलिस फोर्स पहुंची। दमकल की एक दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गयी। तेज हवा चलने के कारण आग ने देखते ही देखते मसूद कॉम्पलेक्स, हमराज कॉमप्लेक्स, अर्जनु कॉम्पलेक्स को अपनी चपेट में ले लिया।
पांच कॉम्पलेक्स में आग को फैलता देख फायर अफसरों के हाथ पांव फूल गये। सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड, ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी भी पहुंचे। उन्नाव, फतेहपुर, कानपुर देहात समेत आर्मी व अर्मापुर से दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया। चारों तरफ से आग को बुझाने की कोशिश में अफसर जुट गये। लेकिन आग फैलती जा रही थी। धूंआ और आग की लपटों के चलते पुलिसकर्मियों समेत बचावकर्मी सौ मीटर से ज्यादा की दूरी से आग पर पानी डालने को मजबूर थे। सुबह करीब चार बजे तक आग की लपटे निलकती रही। आसपास बांस मंडी स्थित थी जिससे वहां आग फेलने का खतरा देखकर पुलिस ने बांस बल्लियों को हटवाना शुरू कर दिया। तब तक आग कॉम्पलेक्स से जुड़े एसबीआई बैंक तक पहुंची तो दमकल की आधा दर्जन गाड़ियों ने यहां मोर्चा संभाला।

सामने चौड़ी रोड होने के चलते दमकल कर्मी आगे से आग बुझाने में लगे रहे पर पीछे संकरा रास्ता होने के चलते दमकल वहां तक पहुंचने में नाकाम रही जिससे पीछे की तरफ आग बढ़ती गयी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शासन ने लखनफ से हार्डबिल फायर क्रेन भेजी जो सुबह 6 बजे घटनास्थल पर पहुंच गयी। वॉटर क्रेन के जरिये पांच मंजिला कॉम्पलेक्स में आग बुझाने का कार्य शुरू हुआ तब जाकर आग की लपटों पर लगाम लगना शुरू हुआ। मौके पर एयर फोर्स के अफसरों समेत सेना के जवान भी पहुंचे और डी घेरा बनाकर थ्री साइट प्लानिंग के जरिये आग पर काबू करने का प्रयास किया। सुबह दस बजे तक सभी कॉम्पलेक्स की आग तो बुझ गयी पर अंदर रखा माल सुलगता रहा। दमघोंटू धूंए के चलते एयरमास्क लगाये सेना के जवान भी अंदर नहीं जा पा रहे थे करीब दो बजे आग पर पूरी तरह काबू पाने के बाद अफसर और फायर अफसर मार्केट के अंदर पहुंचे तो अंदर राख हो चुका माल रखा पड़ा था। व्यापारियों ने बताया कि करीब दो सौ करोड़ के आसपास का आग से नुकसान हुआ है। देर ष्षाम तक आग से किसी व्यक्ति के साथ अनहोनी की खबर नहीं थी। हालाकिं दो तीन लोग मिषिंग बताये जा रहे।
फिर खुली फायर सेफ्टी के इंतजामों की पोल
अनवरगंज के बांस मंड़ी में लगी भीषण आग ने जहां फायर सेफ्टी के दावों की पोल खोल दी तो वहीं घनी बस्तियों में अवैध रूप से कॉम्पलेक्स बनाकर करोड़ों का कारोबार करने वाले कारोबारियों को तगड़ा झटका लगा है । हमराज कॉम्पलेक्स, मसूद कॉम्पलेक्स , ए आर टॉवर 1 व 2 समेत अजुर्न कॉम्पलेक्स समेत दो अन्य में फायर सेफटी के इंतजाम सिर्फ दिखावा थे। यहां पर छोटे छोटे फायर सिस्टम के सिलेंडर तो लगे थे पर किसी काम के नहीं थे। रात के वक्त आग लगने के कारण आग तेजी से बढ़ी। अगर यहीं हादसा दिन के वक्त होता तो कईयों की जान जा सकती थी। कारोबारी पवन सोनकर ने बताया कि मार्केट में सात सौ के आसपास दुकाने है सभी का रेडिमेट का काम है नीचे गोदाम भी जहां शर्ट, टीशर्ट, जींस समेत अन्य लेडिज मैटेरियल बनता है इसके अलावा शोरूम में कपड़ों के डिस्पले के लिये प्लास्टिक के पुतले भी बड़ी तादात में रखे थे आग में सब कुछ जलकर खाक हो गया। वहीं कारोबारी इकबाल हसन ने बताया कि दिन के वक्त शहर समेत आसपास के जनपदों से थोक व फूटकर व्यापारी आते है। हर रोज तकरीबन दस हजार के आसपास लोग यहां मौजूद रहते है अगर दिन में आग लगती तो अंदाजा लगाता मुषिकल है कि कितनी जाने जा सकती थी।
बिना मानकों के तन गए शापिंग कैंपलेक्स
अनवरगंज के बांस मड़ी में जिन कॉम्पलेक्स में आग ने तबाही मचायी उन सभी के नक्शे केडीए से मानक अनुरूप नहीं थे। यहां कारोबार करने वाले दुकानदारों ने बताया की करीब तीस से पैतिस साल से यहां कारोबार कर रहे है पहले प्रथम तल पर दुकाने थी फिर एक के बाद एक पांच तले तान दिये गये नीचे बेंसमेंट भी बना दिया गया। आग लगने के बाद केडीए के अफसर भी जांच करने पहुंचे और फाइले खंगाली जाने लगी है। बताया जा रहा है हमराज समेत कई कॉम्पलेक्स में हाजी वसी, विधायक इरफान सोंलकी समेत कई हिस्ट्रीषीटरों का पैसा लगा था। पुलिस अब इसकी भी जांच करेगी।
एक धमाका हुआ चारो तरफ थी आग ही आग
घटनास्थल पर कई वर्षो से रहने वालो ने बयां किया मंजर।
दो साल की बेटी को कई फीट से नीचे फेंका फिर सभी ने कूदकर बचाई जान
अरे भैया अल्लाह ने बचा लिया, रमजान चल रहे है इसलिए जल्दी सो जाते है, कियोंकी सुबह चार बजे जागना होता है। रात करीब पौने दो बजे तेज़ धमाका हुआ तो आंख खुल गई नीचे शोर सुनकर बाहर झांका तो आग की लपटे थी। आंखों में आग का रात के मंजर का डर और परिवार की जिंदगी बचाने का शुक्र था तो त्योहार के वक्त रोजी रोटी को आग ने राख कर दिया। यह दर्द था महोबा निवासी अबरार अहमद का। उसने बताया की भाई शबाज पत्नी अफसाना दो साल की बेटी के साथ करीब 15 सालो से यही रह रहे थे। दिन में बाहर की तरफ परिवार रहता है रात को ए आर टावर के मालिक शरीक भाई ने गलियारे में रहने की इजाजत दे रखी है। आग लगने पर कपड़ो की गांठ में आग तेजी से फैली तो परिवार के साथ फंस गया। किसी तरह गलियारे की रेलिंग से पत्नी को लटका कर नीचे उतारा, फिर बच्ची को दस फीट की ऊंचाई से पत्नी की गोद में फेंका, गनीमत रही कि बच्ची को चोट नहीं आई उसके बाद सभी निकल कर बाहर आए। आंखों के सामने रोजी रोटी पर आग का कहर देखकर अबरार, उसका भाई शाबाज, शादत और अफसाना की आंखों में आसूं थे। पास में ही बैठी राधा बार बार आंसू पोंछ रही थी। उनके पति ज्ञान शाहू का कुछ पता नही था। जबकि उनका भाई अजय शाहू आग लगते ही बाहर आ गया था।
अफसरों के साथ सेना ने सम्हाला मोर्चा
बांस मंडी में पांच मार्केट में आग लगने के बाद शहर भर के पुलिस अफसर मौजूद रहे। डीएम विशाखजी अय्यर समेत पुलिस अफसरों ने आग m हुए नुकसान का आकलन किया। साथ ही आग से बचाव के लिए एक किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया था बावजूद इसके भीड़ गलियों से होकर मौके पर पहुंच गई जिससे बचाव कार्य में कई बार दिक्कत आई। जरीब चौकी के पास बेरीकेडिंग लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया था ताकि दमकल को आने जाने में दिक्कत न हो। पुलिस अफसरों ने कहा कि आग सेफ्टी के इंतजाम, मानकों को चेक किया जायेगा। मार्केट के मालिकों पर जरूरत पड़ी तो मुकदमा दर्ज किया जायेगा। फिलहाल आग से बचाव और अंदर कोई फंसा तो नही है यह प्राथमिकता है।
वर्जन
शार्ट सर्किट से फिलहाल आग लगने की बात सामने आई है। सेना, पुलिस के जवानों समेत फायर विभाग ने पूरी तत्परता से 8 से 9 घंटे ने आग पर काबू पा लिया है। आग ने व्यापारियों द्वारा करोड़ो का नुकसान होने की बात सामने आई है। पुलिस ने पूरी मशक्कत से समय रहते आग बुझा ली है। बाकी चीजे बाद ने जांच की जाएगी। अभी तक किसी के झुलसने की जानकारी नहीं है।
पुलिस आयुक्त बी पी जोगदंड
वर्जन
आग की घटना काफी दुखद है। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, पांच मार्केट में आग लगी थी जिसमे नुकसान का आकलन करके शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। आग सेफ्टी को लेकर पूरे शहर में अभियान चलाया जायेगा।
विशाख जी अय्यर डीएम कानपुर
वर्जन
आग ने कारोबारियों का अरबों का नुकसान हुआ है। जीएसटी नोटबंदी से पहले ही व्यापार चौपट हुआ है। सरकार को सभी दुकानदारों को उचित मुआवजा देना चाहिए। साथ ही आग से बचाओ के इंतजाम मेट्रो सिटी में नाकाफी साबित हुए है इससे पता लगता है सरकार सिर्फ जुमलेबाजी करती है। इतने बड़े शहर में हाईटेक फायर सेफ्टी के इंतजाम नही है।
अमिताभ बाजपेई विधायक आर्य नगर
डिप्टी सीएम ने किया घटना स्थल का दौरा
अग्निकांड के बाद जहां एक तरफ मुखमंत्रीं ने दुख प्रकट किया तो वहीं दोपहर में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल का दौरा करने के साथ पीड़ित व्यापारियों को आश्वासन दिया कि उनकी हरसंभव मदद सरकार करेगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि आग पर काबू लिया गया है। अंदर की तरह कही कहीं आग सुलगने की आशंका है बचाव कार्य में पूरा परसाशन जुटा हुआ है।
दुकानें नही हमारे सपने जल गए आग में
अनवरगंज में जिन पांच मार्केट में आग लगी जब वहां दुकनादार पहुंचे तो उनकी आंखों में आसूं थे। फायर जवानों के साथ वे भी किसी भी तरह आग बुझने में जुट गई सभी की एक ही कोशिश थी किसी तरह उनका बचा हुआ माल सुरचित बच जाए। कारोबारी खेमचंद्र ने बताया की त्योहार के चलते लाखो का माल आया हुआ था सब जल गया। कई व्यापारियों ने तो कर्ज लेकर माल भरा था। अफसर कह रहे है आग पर काबू पा लिया पर देखिए कैसे आग सुलग रही है। हम सब का कारोबार बर्बाद हो गया। वहीं कारोबारी रविशंकर ने बताया की कानपुर की इस मार्केट से यूपी समेत नेपाल, झारखंड, बिहार, कलकत्ता और बंगाल तक माल जाता है। महिलाओं के कपड़ो की सबसे बड़ी मार्केट है । सोचा था त्योहार में सारा माल खाप जायेगा पर आग ने सारे सपने जला दिए। ये हाल किसी एक कारोबारी का नही बल्कि पांचों मार्केट के सभी व्यापारियों का है। कई व्यापारियों के घर की महिलाए भी पहुंची दुकाने खाक देखकर उनके आंसू निकल आए। दोपहर तक दिवारे दहक रही थी। साथ ही डर सता रहा है की कहीं पूरी इमारत न धसक जाए।
कपड़ा व्यापारी बसीर अली ने बताया कि हमराज कॉम्प्लेक्स में एबीए गारमेंट्स के नाम से दुकान है। नाराजगी जताते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि आग बुझाने में कंट्रोल हो गया है, लेकिन आग अभी भी लगी है। दीवारें दहक रही हैं। बगल के सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स में कभी भी आग लग सकती है। करीब 1000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ईद की वजह से हर एक व्यापारी ने करोड़ों रुपए का माल मंगाया था।
रात एक बजे लगी आग बुझाने के लिए कानपुर और आसपास के जिलों से करीब 50 हजार फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची थीं।
15 फीट दूरी पर है आग
सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स के कपड़ा व्यापारी किशन चंद लालवानी ने बताया कि करीब 15 फीट की दूरी पर आग है। दीवारें पूरी तरह धधक रही हैं। थोड़ा माल निकाल पाए हैं। बाकी निकालने से रोक दिया गया है। उनका करीब 1 करोड़ रुपए का माल पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
व्यापारी के सामने जली दुकानें
हमराज कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में स्थित आस्था कलेक्शन के मालिक कमल लालवानी के सामने उनकी दुकान जल रही हैं। आंखों में गुस्सा और भविष्य की चिंता लिए वे बताते हैं कि आग बुझाने के इंतजाम प्रशासन के पास नहीं हैं।