कानपुर : फरियादियों की गुहार पर मेयर ने मारा छापा, मचा हडकंप

अभिषेक त्रिपाठी 
कानपुर। सोमवार की शाम को मेयर प्रमिला पांडेय जैसे ही अपने कार्यालय के बाहर निकलीं,  उनको कई फरियादियों ने समस्याएं सुनाने को घेर लिया। इनमें एक फरियादी योगेश कुमार ने बताया कि अपने मरहूम चाचा राम बाबू का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के लिए महीनों से दौड़ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के बाबुओं को रिश्वत नहीं देने के कारण उनका काम महीनों से लटकाया जा रहा है।
वहीं दिलीप कुमार नाम के अधेड़ ने ऍप्लिकेशनें दिखाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी चाची पार्वती देवी का डेथ सर्टिफिकेट बनने को 13 जून को डाला था, लेकिन सारी कागजी कार्रवाई ठीक से पूरी करने के बावजूद संबंधित बाबुओं और कर्मचारियों ने आज 6 महीने बाद भी सर्टिफिकेट बनाकर नहीं दिया। सुरेश सक्सेना ने मेयर  से कहा कि वृद्धावस्था और बीमारी के बावजूद अपनी पत्नी शारदा देवी के डेथ सर्टिफिकेट पाने को कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन विभागीय क्लर्कों को उनपर तरस नहीं आया।
क्योंकि उन्होंने चढ़ावा नहीं चढ़ाया। अब लगता है उनके रिश्तेदारों को उनका और पत्नी का सर्टिफिकेट एक साथ ही लेकर जाना पड़ेगा..! ये सब देख कर गुस्साईं मेयर साहिबा धड़धड़ाते हुए गयीं और सीधे स्वास्थ्य विभाग में मय दलबल के छापा मार दिया। उनके साथ-साथ फरियादी भी अंदर घुस गए। स्वास्थ्य विभाग के उस कमरे में बैठे पान चबा रहे बाबुओं  और कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया।
मेयर ने संबंधित बाबुओं का फरियादियों से आमना सामना करवाया। कुछ कर्मचारी मिले, तो कुछ वहां पर नहीं थे। फरियादियों के बताए कुछ हुलियों के अनुसार तो कोई बाबू विभाग में थे ही नहीं इसपर लोगों ने विभाग में दलालों की घुसपैठ और सक्रियता की आशंका जताई। मेयर ने कर्मचारियों और विभागीय अधिकारियों को फटकारा तो तमाम और लोग वहां आक्रामक होकर कर्मचारियों की शिकायतें करने लगे।

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