कानपुर : मेला कमेटी ने 81वी वर्षषगांठ को बनाया यादगार

तिरंगे व केसरिया रंग से नहाया शहर

कानपुर। कोरोनाकॉल के चलते पिछले दो साल मेला कमेटी ने सामान्य तौर पर ही गंगा मेला मनाया जिससे संक्रमण न फैलें, जूलुस भी नहीं निकाला था। इस बार दो साल की कसर के साथ चुनाव परिणाम में भाजपा की सरकार बनने के चलते कमेटी ने जोर-शोर से तैयारियों को अंजाम देने के बाद हर्षोउल्लास के साथ हटिया गंगा मेला मनाया।आजादी के दीवानों की याद में मनाए जाने वाले गंगा मेला की 81वीं वर्षगांठ मनाई गई। हटिया के रज्जन बाबू पार्क को तिरंगे गुब्बारों और केसरिया झंडों से सजाया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा, पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा, डिप्टी पुलिस कमिश्नर प्रमोद कुमार, अपर डिप्टी पुलिस कमिश्नर यातायात राहुल मिठास, विधायक अमिताभ बाजपेयी,भाजपा नेता सुरेश अवस्थी को माला और केसरिया पगड़ी पहनाने के साथ केसरिया अबीर गुलाल लगाकर समिति के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया।

अमर शहीद सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को याद करते हुए उनके चित्रों पर माला पहनाने के साथ पुष्पांजलि अर्पित की गई। डीएम नेहा शर्मा और पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने तिरंगा फहराया। पुलिस बैंड ने राष्ट्रीय गान की धुन बजाई। यहां से ऐतिहासिक रंगों के ठेले की शुरूआत की गई। रंगों के ठेले का शुभारंभ होली महोत्सव कमेटी के संयोजक मूलचंद्र सेठ ने सभी के अबीर गुलाल लगाकर किया। उन्होंने सन् 1942 की घटना को हटिया में आजादी की दीवानों को याद करते हुए गंगा मेला मनाया जाता है। हटिया के निकलने वाले रंगों के ठेले के माध्यम से क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि भी दी जाती है। जुलूस का आकर्षण बुलडोजर रहा जिसमें लिखा था बुलडोजर बाबा की केसरिया होली।जुलूस के होरियारे मस्ती बिरज में होली रे रसिया, होली खेल रघुवीरा अवध में, होली आई रे कन्हाई, मेरा रंग दे वसंती चोला, जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती हैं बसेरा आदि देशभक्ति के गीत भी बज रहे थे। जुलूस में 10 ऊंंट पर नवयुवक अबीर गुलाल उड़ाते हुए चल रहे थे। इसके बाद आठ लोडर, चार ट्रैक्टर ट्रॉली, और सबसे अंत में प्राचीन परंपरा के अनुरूप दो भैंसा ठैला चल रहे। इन सभी में रंग भरे बड़े बड़े ड्रम चल रहे थे। पूरे जूलूस मार्ग में होरियारों की टोलियों ने रंगों की बारिश कर माहौल को सतरंगी बना दिया। वंदेमातरम, भारत माता की जयघोष के बीच मूलगंज चौराहा पर मुस्लिम भाईयों ने ऐतिहासिक जुलूस का स्वागत किया।

यहां पर एक दूसरे के गले मिलकर गंगा मेला की बधाई दी गई। गुझिया खिलाकर मुंह मीठा कराया गया। रंगों का ठेला हटिया के रज्जन बाबू पार्क से निकलकर जनरलगंज बजाजा, मनीराम बगिया, मूलगंज, टोपी बाजार, चौक सराफा, कोतवाली, मेस्टन रोड, शिवाला, कमला टावर, बिरहाना रोड, नयागंज, काहूकोठी, लाठी मोहाल होते हुए रज्जन बाबू पार्क मे समाप्त हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संरक्षक मूलचंद्र सेठ, संयोजक ज्ञानेंद्र विश्नोई, विनय सिंह, संतोष बाजपेयी, कृतज्ञ तिवारी, सुशील सिंह, विनय मेहरोत्रा, रोहित बाजपेयी, यश सेठ, उत्तम बाजपेयी, अमित सैनी, ऋषि तिवारी, अभय शर्मा, ऋतुराज गुप्ता, मोहन मिश्रा, विनोद सेठ रहे।

सरसैय्या घाट पर लगा होली मेला

सरसैय्या घाट में प्रशासन, नगरनिगम, राजनैतिक दलोंं, शिक्षक संघ व स्वयसेवी संस्थाओं ने कैम्प लगाये।जहां एक-दूसरे के गले लगकर शुभकामनाएं दी। 

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