कानपुर। बिधनू क्षेत्र में खनन माफिया सक्रिय है।यहां पर दिन रात खनन माफिया खेतों की खोदाई कर तालाब में तब्दील कर रहे हैं। जिससे वह अवैध खनन की नाप से बच सके इसलिए वह इन तालाबों में तब्दील खेतो में पानी भरा देते हैं। बीते वर्षों में मासूम समेत सात लोगों की इन तालाबों में डूबकर मौत हो चुकी है। इसके बाद भी निरंकुश माफिया पुलिस और राजस्व विभाग की मिलीभगत से क्षेत्र में खनन हो रहा है। पुलिस जानकर भी अनजान बनी रहती है।
बिधनू थाना क्षेत्र में रिंद नदी के किनारे खनन माफियाओं ने खनन का गढ़ बना रखा है। यहां पर बीते दिनो रेलवे लाइन के लिए सरकारी भूमि से मिट्टी उठकर रेलवे लाइन में पड़ी थी, जिसके बाद से खनन माफियाओं ने यहां पर अपना गढ़ बना लिया है। खनन माफिया पुलिस और राजस्व की मिलीभगत से खनन करके मिट्टी पतारा और घाटमपुर क्षेत्र में डाल रहे है। रात दिन हाइवे पर मिट्टी लोड डंपर दौड़ते है,
लेकिन पुलिस जानकर अनजान बनी रहती है। सूत्रों की माने तो खनन माफिया बिधनू और घाटमपुर पुलिस को प्रति रात के हिसाब से पैसे देते है, जिसके चलते पुलिस मिट्टी लोड डंपर पर कोई कार्रवाई नही करती है। खनन माफियाओं ने राजस्व टीम की कर्रवाई से बचने के लिए खेतों को तालाब के रुप में परिवर्तित करके उसमे पानी भरकर तालाब में तब्दील कर देते है। जिससे वह खनन की कार्रवाई से बच सके।खनन अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।