कानपुर । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की माफियाओं पर निगाहे टेढ़ी होने के बाद शहर में भी भूमाफियाओं पर पुलिस की नजरे टेढ़ी हो चुकी है। भू-माफियाओं पर कार्रवाई करने के मामले में जहां कमिश्नरेट सबसे आगे दिखाई दे रही है। वहीं, कानपुर विकास प्राधिकरण, तहसील सदर, तहसील बिल्हौर में कार्रवाई के मामले में प्रशासन लाचार नजर आ रहा है। पुलिस कमिश्नरी समेत राजस्व, केडीए में भूमाफिया के नाम एक दो बढ़ाए गए है, तो वहीं पुलिस द्वारा सबसे ज्यादा संपत्ति जब्तिकरण और गैंगस्टर व गुंडा एक्ट में करवाही की गई है।
पुलिस कमिश्नरेट के अभिलेखों में जहां विभिन्न थानों में 19 भूमाफिया है तो सबसे ज्यादा भूमाफिया कानपुर विकास प्राधिकरण के अभिलेखों में दर्ज है। तहसील सदर, तहसील बिल्हौर समेत कानपुर नगर वा ग्रामीण इलाकों को मिलाकर 102 भूमाफिया चिन्हित है। 2007 से अब तक सिर्फ 22 नए भूमाफिया शहर में सक्रिय हुए है। हालांकि इनमें से दो की मौत की भी जानकारी है। भू माफियाओं में सबसे ज्यादा चकेरी व कल्याणपुर में पाँच-पाँच, बर्रा में 3, कोहना में 4 भूमाफिया, पनकी व काकादेव में एक-एक है।
कइयों पर गैंगस्टर और संपति जब्तीकरण की हुई करवाही
भूमाफिया पर पुलिस ने कर्रवाई की है। जिसमेंं चकेरी में 3 पर गैंगस्टर, 4 पर गुंडा एक्ट तीन की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। कल्याणपुर में 3 पर गैंगस्टर की कार्रवाई हुई है। पनकी में पिंटू सिंह हत्याकांड के आरोपी आसींम उर्फ पप्पू स्मार्ट और उसके भाई सऊदी भी माफियाओं की लिस्ट में शामिल है जिन पर कड़ी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा चकेरी में नए नाम में संदीप, सुधीर शुक्ला, सुरेश पाल जैसे भूमाफिया चिन्हित है । हालांकि इसमें एक बड़ा नाम पुलिस ने शामिल नही किया है जिस पर रेलवे सेना की जमीन कब्जाने का मुकदमा दर्ज कराया गया था।
पुलिस कमिश्नरेट ने चिन्हित किए 102 भूमाफिया
इसका नाम कमल भाटिया बताया जा रहा है। वही बर्रा में पवन सक्सेना और सुमित अवस्थी पर पुलिस ने कार्रवाई की है।बात अगर कल्याणपुर की करें तो अशोक शुक्ला लाली, सुरेंद्र पाल दलवीर सिंह समेत 5 है, जिनमें से दो पर गैंगस्टर करवाही की गई है। वही, काकादेव में ड्रग माफिया सुशील कुमार बच्चा को भी पुलिस ने भूमाफिया बनाया है इसके अलावा कोहना में रामदास मल्ला, राजेंद्र निषाद, राजू पाल और सुजीत को माफिया लिस्ट में शामिल किया गया है। ये पुरानी लिस्ट में शामिल थे।
केडीए के अभिलेखों में सबसे ज्यादा भूमाफिया
बात अगर कानपुर विकास प्राधिकरण की जमीनों पर कब्जा करने की कहे तो केडीए के रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा 48 भूमाफिया चिन्हित जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। इसमें चकेरी में 24, कल्याणपुर में 13, पनकी में 2, नौबस्ता और बर्रा में 1-1 भूमाफिया है। बिधनू में 1 और महाराजपुर में 4 भूमाफिया है। खास बात यह है कि इनमें से किसी पर भी गैंगस्टर की कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि केडीए की रिपोर्ट के बाद पुलिस कमिश्नरेट ने कल्याणपुर में 6 पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की पनकी में एक तो नौबस्ता में 3: पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की।
राजस्व विभाग ने भी 35 भूमाफिया
राजस्व विभाग द्वारा भी भू माफियाओं को चिन्हित किया गया है। जिनमें कल्याणपुर और कोतवाली में एक-एक, बिठूर में 8, सबसे ज्यादा गुजैनी में 14 भूमाफिया है। इसके अलावा कोहना में 1, नजीराबाद में 3, बजरिया में 1, बिधनू में 2, चौबेपुर में 2, ककवन और बिल्हौर में एक-एक भूमाफिया है। राजस्व विभाग द्वारा चिन्हित भू माफिया पुलिस के रिकार्ड में भी है। इनमें से किसी पर भी एनएसए, गैंगस्टर गुंडा एक्ट जैसी कार्रवाई नहीं हुई है। राजस्व विभाग में विकास दूबे के खास गुर्गे जय कांत बाजपेई, शोभित बाजपेई और कोहना में प्रशांत शुक्ला को भूमाफिया लिस्ट में 2022 में शामिल किया गया है। साथ ही इनमें से जय कांत बाजपेई और शोभित आज भी जेल में है ।
जमीन कब्जाने में महिलाएं भी शामिल
राजस्व विभाग द्वारा चिन्हित भू माफियाओं में महिलाएं भी शामिल है इसमें रांंजय बाजपेई की पत्नी प्रभा बाजपेई बजरिया, पूनम निषाद गुजैनी, सुमन नाम की महिला को भी भूमाफिया घोषित किया गया है। इसके अलावा भी बिधनू में ब्रेजेंड सिंह चौहान और इंद्रेश सिंह चौहान को भू माफिया की नई लिस्ट में शामिल किया गया है ।हालांकि पुलिस कमिश्नरेट द्वारा बनाई गई भूमाफिया लिस्ट में अभी विधायक इरफान सोलंकी उसके भाई रिजवान सोलंकी, शौकत पहलवान, हाजी वासी, मुख्तार को शामिल नही किया गया है। भूमाफियाओं से अब तक पुलिस कमिश्नरेट कानपुर ने 11.69 करोड़ से ज्यादा संपत्ति जब्त की है। जबकि केडीए, तहसील फिसाद्दी साबित हुए है।