कानपुर। बेकनगंज में पुलिस की गुंडागर्दी से माहौल बिगड़ते बच गया। अतिक्रमण हटाने के दौरान एक मौलाना की गाड़ी को लात मारने और विरोध करने पर चालान काट कर थप्पड़ मारने के विरोध में सैकड़ों दुकानदार आक्रोशित हो गये और दुकाने बंद करके हंगामा कर दिया। मामले की भनक लगते ही एसीपी समेत कई थानों की फोर्स पहुंची।शहर काजी भी मौके पर पहुंचे। अफसरों ने मामले में सख्त कार्यवाही की बात कही जिसके बाद दुकानदार शांत हुए।
नूंह में हुई हिंसा के चलते पूरे प्रदेश में पहले से सतर्कता चल रही है। पुलिस अफसरों ने पहले ही थानेदारों को ताकीद की थी छोटी सी छोटी घटना को भी मुद्दा बनाकर अराकजतत्व मौहाल बिगाड़ सकते है। बावजूद इसके एसएचओ बेकनगंज की हठधर्मी सामने आयी। बता दे, आरोप और चर्चाओं का मोहाल यहां तक गर्म है कि एसएचओ ने अतिक्रमण के नाम पर विवादित परिसर जो कि पुराने नेता ने किसी बिल्ड़र को बेंच दिया है को खाली कराने के नाम पर अतिक्रमण का अभियान चलाया। जिसमें उनको मौलाना की किनारे खड़ी गाड़ी ही मुफीद हथियार दिखा।
और लगे उस पर रौब व पुलिसियां डंडा चलाने। मौलाना सिराज के अनुसार वह बेकनगंज में नमाज पढ़ाने पहुंचे थे गारमेंट कारोबारी चांद की दुकान के सामने गाड़ी लगा दी। उस समय बेकनगंज इंस्पेक्टर अतिक्रमण हटवा रहे थे। आरोप है एसएचओ ने मौलाना की गाड़ी का पहले चालान काटा उसके बाद लात मार कर गिरा दिया। यह देख गाड़ी मालिक सिराज गाड़ी उठाने लगे तो एसएसओ ने थप्पड़ जड़ दिया जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गये। जैसे ही अफसरों को मामले की भनक लगी तुरंत एसीपी अकमलखान को मौके पर भेजा गया।
फोर्स के साथ पहुंचे एसीपी ने पीड़ित से बात करके मामले में कारवाही की बात कही। जिसके बाद लोग शांत हुए शहर काजी भी डीसीपी प्रमोद कुमार के पास पहुंचे पूरे मामले से अवगत कराया। डीसीपी ने बताया कि पीड़ित से जानकारी ली गयी है गाड़ी सड़क किनारे खड़ी थी जिसका चालान काटा गया इस बीच मारपीट की बात सामने आयी है जो की गलत है मामले में रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी। खबर लिखे जाने तक क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। किसी अनहोनी को देखते सतर्कता विभाग को सक्रिय कर दिया गया।