कानपुर। बुधवार को सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए कानपुर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सपा विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी ज्ञापन देना चाहती थी। लेकिन पुलिस ने विधायक की पत्नी नसीम सोलंकी को उनके ही घर में नजरबंद कर लिया। राज्यपाल जब तक कानपुर में रहीं, पुलिस उनके घर के बाहर डेरा डाले रही। नसीम सोलंकी लगातार विधायक को कानपुर जेल शिफ्ट करने की मांग कर रही हैं। उनके मुताबिक महाराजगंज जेल से विधायक को बार-बार आने-जाने में काफी तकलीफों को सामना करना पड़ रहा है।
रमजान माह में इरफान को कानपुर में ट्रांसफर करने की लगाई गुहार
अधिवक्ता गौरव दीक्षित ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिलने पर जाजमऊ थाने की फोर्स इरफान के घर पहुंची और ज्ञापन की प्रति नसीम से लेकर राज्यपाल तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, लेकिन खुद नसीम को ज्ञापन देने जाने से रोक दिया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि साजिशन इरफान को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए कानपुर से महाराजगंज जेल में शिफ्ट किया गया है। वहां इरफान के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है। न तो परिवार वालों को और न ही उनके अधिवक्ता को मिलने दिया जाता है। इरफान की तबीयत बहुत खराब है।
दोनों किडनियों में है स्टोन
पत्नी नसीम ने कहा कि इरफान का वजन करीब 20 किलो तक कम हो गया है। उनकी दोनों किडनियों में स्टोन है। पेशी पर हर हफ्ते कोर्ट आना होता है। लगभग 400 किलोमीटर दूर से आठ घंटे की लगातार यात्रा करके कोर्ट पहुंचने के कारण इरफान की कमर व रीढ़ की हड्डी में दर्द बहुत बढ़ गया है। उन्होंने रमजान माह में इरफान को कानपुर जेल में ट्रांसफर करने की राज्यपाल से गुहार लगाई है।