कानपुर: कोहरा और बर्फीली हवाओं के कहर से कांप उठे शहरवासी

कानपुर(आरएनएस )। कानपुर में एक सप्ताह से पड़ रही भीषण ठंड ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। छह जनवरी की रात सीजन की सबसे ठंडी रात रही। इतना ही नहीं इस दिन 20 साल बाद ऐसी ठंड पड़ी है। कानपुर में शनिवार भोर को न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आज से करीब 20 वर्ष पहले 2002 में महानगर में रात का पारा 2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।

न्यूनतम तापमान रहा 2 डिग्री सेल्सियस,बढ़ेगी ठंड

सीएसए मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिन में धूप निकलने के बावजूद कोहरा और बर्फीली हवाओं की वजह से ठंड बरकरार रही। एक दिन पहले न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। जिसमें 1.2 की कमी दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार अभी ठंड में और इजाफा होगा। बीच-बीच में कुछ देर के लिए धूप निकल सकती है।
उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं का असर ज्यादा रहा। जिससे पूरे दिन कंपकंपी बनी रही। लोगों को दो पहिया वाहन चलाने में भी दिक्कत आई।

मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता अगले दो-तीन दिनों के बाद हो सकती है। तब बादल होने से तापमान थोड़ा बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 10 जनवरी तक पाला पड़ने की संभावना है। यह स्थिति तब होती है जब आसमान साफ हो जाता और तापमान कम हो जाए। पाला गेहूं, जौ, सरसों, जीरा, धनिया, सौंफ, अफीम, मटर, चना, गन्ना,टमाटर, बैंगन को 35 से 60 प्रतिशत तक नुकसान पहुंचा सकता है।

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