कानपुर। सचेंडी में सोमवार को अवैध कब्जा हटाने गई तहसील टीम को भाजपा नेता पूर्व प्रधान और उसके साथियों ने बंधक बना लिया। लेखपाल समेत टीम ने विरोध किया तो उनको लाठी-डंडे से पीटा गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पूर्व प्रधान समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिसका पता चलते ही भाजपा नेता थाने पहुंच गए। देर रात तक उनका थाने में जमावड़ा लगा रहा। हालांकि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। एसीपी पनकी टीबी सिंह ने मंगलवार को बताया कि इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
हड़ताल पर रहे लेखपाल
सचेंडी की ग्राम पंचायत सुरार के रघुनाथपुर गांव में पूर्व प्रधान रामकरन यादव का चट्टा है। पूर्व प्रधान पहले सपा में था, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने पर वह पार्टी में शामिल हो गया है। उस पर सरकारी जमीन पर चट्टा और नाली बना ली है। उसको कब्जा खाली करने का नोटिस दिया गया था, लेकिन उसने कब्जा खाली नहीं किया। लेखपाल बीरबली की रिपोर्ट पर एसडीएम ने कब्जा खाली करने के लिए टीम गठित कर दी थी। नायब तहसील, कानूनगो और लेखपाल बीरबली कब्जा गिराने के लिए पहुंचे थे।
पूर्व प्रधान को पता चला तो वह साथियों के साथ वहां पहुंच गया। उसने गाली-गलौज करते हुए कब्जा ढहाने पर देख लेने की धमकी दी। टीम ने उच्च अधिकारी का आदेश होने का हवाला दिया, लेकिन पूर्व प्रधान धक्का मुक्की करने लगा। फिर उसने टीम को बंधक बना कर लाठी-डंडे से पीट दिया। मंगलवार को इस घटना से आक्रोशित लेखपाल हड़ताल पर रहे। लेखपाल संघ ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।