कानपुर। गाड़ी ओवरटेक करने के विवाद में दवा कारोबारी अमोलदीप को बुरी तरह पीट कर आंखों की रोशनी छीनने के आरोपी पार्षद पति और उसके साथियों को पुलिस किसी भी सूरत में बख्सने के मूड में नहीं है। लगातार सिख समुदाय द्वारा इस मामले में प्रदर्शन करने और एकजुटता के चलते पुलिस अफसरों ने गिरफ्तारी के लिये दस टीमों को लगा दिया है। वहीं आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है।
विवेचक ने पूरे मामले में पहले दर्ज हुई एफआईआर में गंभीर धाराओं की बढोत्तरी कर दी है। शनिवार की रात गाड़ी ओवरटेक करने के विवाद में दवा कारोबारी अमोलदीप को उनकी पत्नी के सामने जानवरों की तरह पीटा गया था जिससे उनकी आंख तक बाहर आ गयी। दूसरी आंख की रोशनी भी बचना मुशिकल लग रहा है। मामले में कारोबारी ने पार्षद सौम्या शुक्ला के पति अंकित शुक्ला, सत्येन्द्र बाजपेई, सुरज कुमार, अकुं र रजावत और यश्सवी यादव को नामजद कर दिया।
ज्पाइंट सीपी आंनद प्रकाश तिवारी ने बताया कि इस मामले में सभी आरोपियों को नामजद करते हुए गिरफ्तारी के लिये ताबड़तोड़ दबिशे दी जा रही है। साथ ही कोर्ट में अग्रिम जमानत का विरोध करने के लिये भी विधिक पैनल तैयार है। इस मामले में सभी की गिरफ्तारी होगी। सभी आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। पुलिस अफसरों के अनुसार दस टीमें गिरफ्तारी में लगी है एक टीम उन्नाव, लखनऊ,इटावा, प्रयागराज तो बाकी की टीमें अन्य आरोपियों के मूल निवासों पर दबिशे दे रही है। देर रात तक पुलिस अफसरों ने गिरफ्तारी की बात कही है। इधर दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में घायल अमोलदीप की हालत गंभीर बनी हुई है।
रायपुरवा में दवा कारोबारी को पीटने के मामले में आरोपी पार्षद पति से बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने किनारा कर लिया है। सूत्रों के अनुसार चर्चा है कि पत्नी को पार्षद बनवाने के लिये अंकित शुक्ना ने इस बारचुनाव में धनबल का खूब प्रयोग किया था। चुनाव के दौरान भी कई बार विवाद की बात सामने आयी थी। आसपास के लोगों की माने तो विवादित मकानों समेत क्षेत्र में कई अपराधिक किस्म के लोगों पर अकिंत शुक्ला का हाथ था। इस मामले में आरोपी सूरज और अकुंर रजावत पर पूर्व में भी मुकदमों की चर्चा रही है। पुलिस के अफसरों के अनुसार गिरफ्तारी होने के बाद मुकदमों की जानकारी जुटायी जायेगी। वहीं पुलिस ने आरोपियों के परिजनों पर भी दबाव बनाया है।
जिस आर्टिगा गाड़ी में ओवरटेक करने के लेकर इतना बड़ा विवाद खड़ा हुआ वह किसी रूशाली कश्यप के नाम पर खरीदी गयी थी। सवा साल पुरानी इस गाड़ी में घटना के वक्त कौन कौन मौजूद था इस सवाल का जवाब ढूढ़ रही पुलिस को खुद आरोपी की पार्षद पत्नी ने दे दिया।
एक चैनल में उनका वीडियो प्रसारित हुआ जिसमें उन्होंने पूरे घटनाक्रम के लिये पति को बेवहज फंसाने का आरोप लगाया। वीड़ियों में पार्षद सौम्या शुक्ला ने जो घटनाक्रम बताया है उसके अनुसार रात करीब पौने 12 बजे पति और एक अन्य के साथ वे अर्टिगा गाड़ी से घर लौट रही थी। इस बीच उनकी गाउÞी के सामने थार गाड़ी से सिख परिवार था जिसमें उनकी पत्नी और कुछ लोग थे। सौम्या के अनुसार करीब 15 से बीस मिनट तक थार कार सवार से पास मांगा जा रहा था डिपर दिया जा रहा था हार्न दे रहे थे लेकिन वह साइड नहीं दे रहे थे जिससे वह काफी डर गयी थी। रायपुरवा थाने के पास पहुंचते ही जैसे थोड़ी जगह मिली उनकी कार ने थार को ओवरटेक किया तभी हल्की टक्कर लग गयी। आरोप है उसके बाद अमोलदीप और कुछ लोगों ने रॉड सेहमला कर दिया यही नहीं उनके साथ छेड़छाड़ की मारपीट की। अमोलदीप को इतनी चोटे कैसे आयी जैसे कई सवालों के जवाब सौम्या के पास भी नहीं थे। यहां बड़ा सवाल उठता है पीड़ित अमोल के साथ सिर्फ उनकी पत्नी थी जैसा की उन्होंने बताया कि बाकी के लोग कैसे आ गये। अकिंत के साथ अगर पत्नी सौम्या थी तो बाकी के लोग यानी की उसी कार में मौजूद थे।
अब पुलिस अफसरों के लिये यह पहेली तो सुलझ गयी कि घटना के वक्त सौम्या मौके पर थी जो की पीड़ित परिवार ने भी बतायी थी।अब इस मामले में क्या पुलिस सौम्या को भी आरोपी बनायी गयी इसके जवाब में अफसरों ने कहा कि जांच के बाद अगर उनका दोष होगा तो कार्यवाही होगी।