घाटमपुर। तहसील क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी ग्रामीणों ने चकबंदी कानूनगो पर बीस हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि रुपये न देने पर चकबंदी न्यायालय के मुकदमे में निस्तारण का आदेश कानूनगो तहसील तक नहीं पहुंचा रहे हैं। जिससे उनका नाम खतौनी में नही दर्ज हो रहा है। एसडीएम ने चकबंदी सीओ को मामले में जांच करने के आदेश दिए है। रिपोर्ट के आधार पर कानूनगो पर कार्रवाई हो सकती है।
घाटमपुर तहसील क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी श्यामकरन सिंह, विजय बहादुर सिंह व दर्शन सिंह ने घाटमपुर तहसील स्थित एसडीएम कार्यालय पहुंचकर शिकायत पत्र देकर बताया कि उनका दाखिल-खारिज व वसीयत का मुकदमा घाटमपुर के चकबंदी न्यायालय में चल रहा था। बीते 22 दिसंबर 2021 में दोनों मुकदमों का निस्तारण हो चुका है। आरोप है, कि निस्तारण होने के बाद चकबंदी कानूनगो रामपाल ने आज तक परवाना तहसील कार्यालय पर नहीं भेजा है। उन्होंने कई बार कानूनगो से कहा तो कानूनगो ने किसानों से बीस हजार रुपये की रिश्वत मांगने लगा।
आरोप है कि कानूनगो किसानो को धमकी भी देते हैं कि कहीं भी शिकायत कर दो वह बिना रुपये लिए परवाना नहीं भेजेंगे। इसके चलते वह दो सालों से परेशान हैं और चकबंदी ऑफिस के चक्कर लगा रहे है। उन्होंने घाटमपुर तहसील स्थित उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की है। घाटमपुर एसडीएम रामानुज ने बताया की जानकारी मिली थी, मामले की जांच घाटमपुर चकबंदी सीओ को सौंपी है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।