कानपुर। नई तबादला नीति लागू होने के बाद बड़े पैमाने पर शहर के कई सरकारी विभागों से अफसरों, कर्मचारियों का बोरिया बिस्तर बंधने का डर सताने लगा है। सरकार की नई तबादला नीति के अनुसार एक जिले में तीन साल और मंडल में सात साल बीता चुके अफसरों का जाना तय है है। इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग में करीब 17 अफसरों समेत कई कर्मचारी शामिल है। वहीं पीडब्लूडी में भी एक दर्जन अभियंताओं समेत बाबूओं का तबादला हो सकता है केडीए में भी एक दर्जन ऐसे अफसर है तो वहीं नगर निगम में यह लिस्ट करीब तीन दर्जन के आसपास है।
इसके अलावा सिचांई विभाग, आबकारी, विभाग में भी तबादला एक्सप्रेस चलेगी। जुलाई माह का दूसरे सप्ताह से तबादलों का दौर जारी होने की प्रबल चर्चा विभागो में है। ऐसे में कई अफसर, बाबू पुराने मामलों को जहां निपटाने मेंलगे है तो वहंी तबादले से बचने के लिये जुगाड़ लगा रहे है।