कानपुर। दिल्ली, पंजाब की तरह अपने शहर को उड्ता कानपुर बनाने वाले तस्करों पर एसटीएफ व कानपुर पुलिस ने सजर्किल स्ट्राइक किया हैै। चालीस किलोमीटर तक चरस तस्करों का पीछा करके सचेंडी में धर दबोचा।तस्करों के पास से बरामद हुई 8.600 किलो चरस की कीमत करोड़ों में है। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि 18 सितंबर को एसटीएफ यूनिट मुख्यालय लखनऊ को एक इनपुट मिला।
सूचना मिली कि दो व्यक्ति बाइक से कानपुर देहात की तरफ से थाना सचेण्डी की ओर हाईवे से होते हुए जा रहे हैं। इनके पास भारी मात्रा में मादक पदार्थ है। बाइक नंबर के आधार पर सचेंडी पुलिस ने बेरीकेडिंग लगाकर हाईवे पर चेकिंग शुरू कर दी।इधर एसटीएफ के जवान भी बाइक सवार के पीछे लगे हुए थे। सटीक लोकेशन और इनपुट पर चेकिंग के दौरान बाबा ढाबा सर्विस रोड सचेण्डी के पास पुलिस ने घेराबंदी करके दबोच लिया।
पूछताछ में दोनों युवकों ने अपना नाम सुखपुरा मुसहरी पट्टी थाना पडरौना जनपद कुशीनगर निवासी राहुल कुशवाहा और ग्राम आंट थाना रनिया जनपद कानपुर देहात निवासी उदयवीर सिंह बताया।दोनों के पीठ पर टंगे बैग की तलाशी ली गई तो अलग-अलग पैकेट में 8.600 किलो चरस बरामद हुई। मंगलवार को दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करके अरेस्ट कर लिया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों तस्करों ने बताया कि हम लोग नेपाल से खरीद कर बिहार में रक्सौल के रास्ते होते हुए कानपुर बेंचने के लिए लेकर आ रहे थे। इससे पहले भी हम लोग कई बार अवैध मादक पदार्थ (परस) लाकर बेंच चुके हैं। कानपुर से लेकर बिहार तक कई ठिकानों पर चरस तस्करी करते हैं। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस अब दोनों के से मिले इनपुट के आधार पर तस्करों के सरगना को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।