कानपुर : कमिश्नर के औचक निरीक्षण में नदारद मिले जल संस्थान के कर्मचारी , वेतन काटने के दिये निर्देश

  • कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन पर जीएम को नोटिस थमाया

सचिन तिवारी
सरकारी विभागों में कर्मचारियों की लेटलतीफी जगजाहिर है । लेकिन आज जल कल विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक कमिश्नर सुबह 10 बजे निरीक्षण के लिए पहुंच गए । औचक निरीक्षण में उन्होंने पाया कि जीएम कार्यालय, सभी जोनल कार्यालयों और नियंत्रण कक्ष के कुल 82 कर्मचारियों में से 35 अनुपस्थित थे ।
कमिश्नर राजशेखर ने उनका वेतन रोकने का आदेश दिया और जीएम को सभी अनुपस्थित अधिकारी और कर्मचारियों को नोटिस जारी कर अगले 3 दिनों में जवाब देकर उन्हें प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

आयुक्त ने यह भी पाया कि कोविड के लिए जरूरी उपाय जैसे कि मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजर और थर्मल गन की उपलब्धता आदि व्यवस्था सुनिश्चहित नहीं की गई थी ।
इस लापरवाही के लिए जीएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया और इसे तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित करने और कल दोपहर 12 बजे तक आयुक्त को फोटो और वीडियो भेजने का निर्देश दिया । कमिश्नर ने कुछ शिकायतों को रैंडम आधार पर चुना और सीधे मोबाइल पर फोन कर शिकायतकर्ता से बात करके निस्तारण की गुणवत्ता की “क्रॉस चेक” किया ।

आयुक्त ने यह भी देखा कि क्षतिग्रस्त पाइपलाइन, रिसाव और सड़क क्षति से संबंधित शिकायतें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। इन समस्याओं को अटेंड करने में देरी हो रही है और दुर्घटनाओं और देरी से बचने के लिए उचित निवारक और एहतियाती कदम नहीं उठाने का भी कई प्रकरण सामने आये है। इसलिए आयुक्त ने जीएम को कुछ  “क्विक रिस्पांस टीम (QRT)” स्थापित करने का निर्देश दिया, जो 24 घंटे उपलब्ध होगी ।

खबरें और भी हैं...