कानपुर जहां कभी कुत्तों का डेरा हुआ करता था आज वहां ऐसा आखिर क्या हो गया है कि बड़े-बड़े वीआईपी वहां आने के लिए कतार लगाए हुए हैं। आज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लखनऊ में बैठकर वर्चुअल इस अस्पताल में तीन बड़ी-बड़ी सौगात दीं। यह अस्पताल उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में है, कभी यहां लोग इलाज कराने से डरते थे।
एक कहावत थी जिंदा जाओगे मुर्दा वापस आओगे। अचानक पांच साल में ऐसा कायाकल्प हुआ कि यहां पर इलाज करने के लिए सांसद विधायक या किसी रसूखदार की सिफारिश करनी पड़ती है… जी हां कानपुर मेडिकल कॉलेज से संबंध लाला लाजपत राय अस्पताल जिसे आम बोलचाल में हम लोग हैलट अस्पताल के नाम से जानते हैं वहां पर 5 साल में मरीजों के लिए इतनी सुविधा बनाई गई है कि अब अस्पताल की दशा और दिशा दोनों ही देखते बनती है।