कानपुर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी जोन-3 के निदेशक डॉ यू एस गौतम ने बताया कि निकरा परियोजना के अंतर्गत 21 मार्च को जलवायु परिवर्तन पर एक क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे भाकृअनुप-केन्द्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान हैदराबाद के निदेशक डा. विनोद कुमार सिंह तथा अन्य भाकृअनुप संस्थानों के वैज्ञानिक एवं निकरा परियोजना से जुड़े कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्ष उपस्थित रहेंगे। कार्यशाला में निकरा परियोजना के नयेे पांच कृषि विज्ञान केंद्रों बस्ती, कानपुर देहात, जालौन, बांदा एवं भदोही में निकरा परियोजना का शुभारंभ किया जाएगा, तथा निकरा परियोजना के अंतर्गत पहले से कार्य कर रहे 12 पुराने कृषि विज्ञान केन्द्रों बागपत, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, गोण्डा-I, झांसी, हमीरपुर, सोनभद्र, महाराजगंज, गोरखपुर-I, बहराइच-I एवं कुशीनगर द्वारा गतवर्ष की उपलब्धियों का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। साथ ही निकरा कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा आगामी वर्ष 2022-23 के लिये कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण भी किया जाएगा।
कार्यशाला में जलवायु परिवर्तन पर चर्चा व कृषि पर होने वाले प्रभाव से बचने के लिए संस्थानों द्वारा खोजी गयी विभिन्न तकनीकियों का समावेश कराने के लिए भाकृअनुप संस्थानों के निदेशकगण व उनके प्रधान वैज्ञानिक भाग लेंगे।साथ ही कृषि विश्वविद्यालयों की तकनीकियों पर भी विचार किया जायेगा।जिससे कि किसानो को खेती करने में सहायता प्राप्त हो। कार्यशाला में भाग लेने वाले किसानो के अनुभव साझा किये जायेंगे जिससे विभिन्न समस्याओं जैसे सूखा, बाढ़, गिरता जल स्तर, मृदा क्षारीयता इत्यादि के लिये तकनीकी का उपयोग किया जा सके एवं कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों को कम किया जा सके।