कानपुर : अलग-अलग मामलों में युवक-युवती ने की खुदकुशी

कानपुर। बाबूपुरवा के बगाही इलाके में आर्थिक तंगी से जूझ रही युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दोपहर में मां जब बाहर से लौटी तो बेटी का शव फंदे से लटका देख उसके होश उड़ गए। चीख पुकार सुन आस पड़ोस के लोग दौड़े और घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मूल रूप से उन्नाव निवासी शालनी (22) अपने चार साल के बेटे, मां मंजू व छोटे भाई के साथ बगाही में होमगार्ड अरुण त्रिपाठी के मकान में किराए पर रहती थी। मंजू घरों में काम करती है। मंजू ने बताया कि पति की मौत के बाद से शालनी मायके में ही रहती थी। दो वर्ष पूर्व शालनी के पिता श्याम सिंह की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। तब से घर की सारी जिम्मेदारी शालिनी के कंधों पर थी। घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, जिसके कारण वह अवसाद में रहने लगी थी। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि शव का पंचायत नामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रथम दृष्टया पूछताछ में आर्थिक तंगी के चलते फांसी लगाने की बात सामने आई है।

वही सचेंडी थानाक्षेत्र के अंतर्गत रौतेपुर गांव निवासी अनुज सिंह (32) ने डिश की केबिल से फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक के पिता नरेश सिंह की कुछ समय पहले मृत्यु हो चुकी है। परिवार में मृतक की पत्नी ललिता और एक पुत्री व पुत्र कार्तिक है। बताया जाता है कि युवक मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्मार्टम के लिए भेजा है।

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