70 साल की खूबसूरत यादें :  जिस STUDIO से बनी खानदान की पहचान, उसे आज ये एक्टर अपने पास नहीं रखना चाहते…

मुंबई। साल 1940 में  फ़िल्मी जगत की जानी मानी हस्ती एक्टर  राज कपूर द्वारा RK Studio  बनाया गया आर. के. अब ऐसी खबर आ रही है की स्टूडियो अब जल्‍द बिकने वाला है। राज कपूर ने इस स्‍टूडियो का निमार्ण तब ही करवाया था, जब उन्‍होंने अपनी फिल्‍में बनानी शुरू की थी।

70 साल से हिंदी सिनेमा की कई क्लासिक फिल्मों का गवाह रहा आइकॉनिक RK Studio जल्द ही बस एक याद बनकर रह जाएगा। राज कपूर की पत्नी कृष्णा राज कपूर ने बेटे रणधीर कपूर, ऋषि और राजीव के अलावा बेटियों रितु नंदा और रीमा जैन के साथ मिलकर ये फैसला लिया है। दरअसल, घटती आमदनी, बढ़ते खर्च और देखरेख में आ रही परेशानियों के चलते कपूर फैमिली ऐसा करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में ऋषि कपूर के हवाले से यह भी कहा गया है कि भविष्य में बच्चों के बीच जायदाद को लेकर कानूनी जंग से बचने के लिए भी यह फैसला किया गया है।

कपूर फैमिली ने प्रॉपर्टी के जानकारों की टीम को सौंपा बेचने का जिम्मा…

रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टूडियो बेचने के लिए फिलहाल कोई डेडलाइन तय नहीं है लेकिन कपूर फैमिली ने प्रॉपर्टी के जानकारों की एक टीम को इसे बेचने का जिम्मा सौंपा है। यह टीम मुंबई के चेम्बूर इलाके में करीब 2 एकड़ में बने स्टूडियो की कीमत का आंकलन करके रियल एस्टेट कारोबारियों, डेवलपर्स और कॉर्पोरट घरानों से कॉन्टैक्ट कर सौदा करेगी। वहीं, इस मामले में ऋषि कपूर ने कहा- “एक समय था, जब हमने इस स्टूडियो को रेनोवेट कराया था लेकिन हर बार ऐसा मुमकिन नहीं हो पाता कि सारी चीजें आपके हिसाब से ही चलें। हम सभी इस बात से बेहद दु:खी हैं।”

RK स्टूडियो को बेचने की ये वजहें भी आईं सामने…
16 सितम्बर, 2017 को आरके स्टूडियो में आग लग गई थी, जिसमें काफी नुकसान हुआ था। इसके बाद से स्टूडियो की हालत काफी खराब हो गई थी।  इसके अलावा, इस स्टूडियो को बेचने की एक वजह ये भी है कि आजकल कोई भी इतनी दूर शूटिंग करने के लिए आना नहीं चाहता क्योंकि उन्हें या तो अंधेरी या फिर गोरेगांव में लोकेशन आसानी से मिल जाती है।  पिछले कुछ सालों से आरके स्टूडियो में फिल्मों की शूटिंग बेहद कम हो गई थी। कुछ टीवी सीरियल और विज्ञापन फिल्मों की शूटिंग के दम पर ही स्टूडियो चल रहा था। लेकिन पिछले कुछ महीनों से स्टूडियो का खर्च निकालना भी काफी मुश्किल हो रहा था।

1948 में शुरु हुआ था आरके स्टूडियो…
शो-मैन राज कपूर ने 70 साल पहले 1948 में आरके स्टूडियो की नींव रखी थी। इस स्टूडियो के बैनर तले बनी पहली फिल्म ‘आग’ फ्लॉप रही थी। हालांकि दूसरी फ़िल्म ‘बरसात’ सुपरहिट हुई थी। स्टूडियो का लोगो बरसात में राज कपूर और नरगिस के पोज़ से इंस्पायर है, जो बरसात के पोस्टर्स पर भी दिखा था। आरके स्टूडियो ने कई कल्ट और क्लासिक फिल्मों का निर्माण किया है। इनमें ‘आग’, ‘बरसात’, ‘आवारा’, ‘श्री 420’, ‘संगम’, ‘मेरा नाम जोकर’, ‘बॉबी’ और ‘राम तेरी गंगा मैली’ जैसी फिल्में शामिल हैं।

कभी गिरवी रखना पड़ा था स्टूडियो…
एक समय ऐसा भी आया था, जब राज कपूर को आरके स्टूडियो गिरवी रखना पड़ा था। दरअसल, फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ को बनाने के लिए राजकपूर ने काफी पैसा ख़र्च किया और इसके लिए आरके स्टूडियो गिरवी रखना पड़ा था। रिलीज के बाद यह फिल्म फ्लॉप साबित हुई, जिससे राज कपूर को गहरा सदमा पहुंचा था। बाद में ऋषि कपूर को लांच करने के लिए बनाई ‘बॉबी’ की कामयाबी से राज कपूर ने आरके स्टूडियो का कर्ज चुकाया था।

मशहूर थी आरके स्टूडियो की होली…
राज कपूर ने 60 के दशक में ही अपने इस भव्य स्टूडियो में होली और श्री गणशोत्सव ये दो बड़े त्योहार शुरु किए। आरके स्टूडियो की होली काफी पॉपुलर थी। यहां बड़े-बड़े हौजों में रंग भरा रहता था और संगीत की महफिल सजती थी। राज कपूर खुद ढोलक हारमोनियम पर होली के गीत गाते थे। बॉलीवुड के बड़े एक्टर-एक्ट्रेस होली में शामिल होते थे। हालांकि राज कपूर के निधन के बाद आरके स्टूडियो की होली बंद हो गई। राज कपूर के भाई या बेटों ने इसे आगे चलाने में कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखाई।

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