बेंगलुरु । जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के 11 विधायकों के विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार को इस्तीफा सौंपने के लिए उनके कार्यालय पहुंचने के बाद गठबंधन सरकार गंभीर संकट में दिख रही है। इनमें आठ कांग्रेस और तीन जेडीएस के हैं। इस्तीफा देने पहुंचे विधायकों में रामलिंगा रेड्डी और उनकी पुत्री सौम्या रेड्डी, बीसी पाटिल का नाम भी है। लेकिन उनके यहां आने से कुछ मिनट पहले ही रमेश कुमार ने अपना कार्यालय छोड़ दिया था और वह शहर के जयदेवा अस्पताल जा चुके थे।
शुरुआत में स्पीकर की लोकेशन का पता नहीं था लेकिन बाद में दावा किया गया कि उनको जयदेवा अस्पताल में भर्ती एक रिश्तेदार से मुलाकात के समय देखा गया, जिन्हें कथित तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन विधायकों के फोन बंद हैं। ऐसी भी चर्चा है कि कुल 13 विधायक आज इस्तीफा दे सकते हैं।
#UPDATE Karnataka: Deputy Chief Minister G. Parameshwara and State minister D. K. Shivakumar have called a emergency meeting of Congress Bengaluru MLAs and Corporators later today after 8 Congress& 3 JDS MLAs reached Assembly speaker office. https://t.co/a62qceokan
— ANI (@ANI) July 6, 2019
इस संकट को देखते हुए कांग्रेस के संकटमोचक डीके शिवकुमार बेंगलुरु पहुंच गए हैं। इस बीच, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंडरे विधायक रामलिंगा रेड्डी से मिले हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी निजी यात्रा पर अमेरिका गए हुए हैं। जिनके इस्तीफे की उम्मीद जताई जा रही है उनमें रामलिंगा रेड्डी, एसटी सोमशेखर, सौम्या रेड्डी, शिवराम हेब्बार, ब्यराठी बसवराज, बीसी पाटिल, मुनिरत्ना, एच विश्वनाथ, सुब्बा रेड्डी, महेश कुमटल्ली, नारायण गौड़ा शामिल बताए जाते हैं।
Congress MLA Ramalinga Reddy: I am not going to blame anyone in the party or the high command. I somewhere feel I was being neglected over some issues. That is why I have taken this decision https://t.co/MJJe04PqkW
— ANI (@ANI) July 6, 2019
224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। अभी कांग्रेस-जेडीएस के कुल 116 और भाजपा के 105 सदस्य हैं। बसपा के एक विधायक का सरकार को समर्थन हासिल है। निर्दलीय विधायक आर शंकर और एच नागेश दोनों को हाल ही में मंत्री बनाया गया था।