दैनिक भास्कर समाचार सेवा
काशीपुर। मायके पक्ष द्वारा शादी में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी बेटी को ससुराल का सुख नहीं मिल पाया। दहेजलोभी ससुरालियों ने दहेज में लाखों रूपये की नकदी व कार की मांग करते हुए उसका मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न कर उसे घर से निकाल दिया। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने पति समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़िता की तहरीर पर पति समेत तीन नामजद
टांडा उज्जैन की शिव गौरी विहार कॉलोनी निवासी अंशिका सक्सेना पुत्री मनोज कुमार सक्सेना ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसका विवाह बीती 12 दिसंबर 2021 को आफिसर सिटी नं.-1, राजनगर गाजियाबाद निवासी मयंक सक्सेना पुत्र परवेश कुमार सक्सेना के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ हुआ था।
मायके पक्ष ने शादी में पांच लाख रूपये नकद समेत सात लाख के जेवरात व मयंक को ढाई लाख की सोने की चेन व अंगूठी आदि सामान समेत शादी में लगभग 30 लाख रूपये खर्च किये थे। शादी में मिले दहेज से पति मयंक, ससुर परवेस कुमार व सास वंदना खुश नहीं थे तथा शादी के एक माह बाद ही दहेज में 20 लाख की नकदी व चौपहिया वाहन लाने की मांग करते हुए उसका मानिसक व शारीरिक उत्पीड़न करने लगा।
मयंक उसके ऊपर झूठे इल्जाम लगाकर दूसरी शादी करने की धमकी देता तथा दहेज की मांग पूरी न होने पर बीती 3 मार्च को ससुरालियों ने उसे घर से निकाल दिया। उसके बाद पिता व अन्य रिश्तेदार उसकी ससुराल गये तो उन्होंने दहेज की मांग की इसके बाद वह अपने पिता के साथ मायके आ गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।