किशनी पुलिस ने शातिर हिस्ट्रीशीटर को अवैध बन्दूक के साथ गिरफ्तार

  • अपराध मुक्त क्षेत्र बनाने से एक कदम दूर किशनी पुलिस
    भास्कर न्यूज ब्यूरो

किशनी/मैनपुरी। त्रिस्तरीय चुनाव को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिये पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान को तब और बल मिल गया जब पुलिस ने एक शातिर हिस्ट्रीशीटर को मय बन्दूक के दबोच लिया। पुलिस उन दो अन्य शातिरों की खोज में भी लगी है जो अबैध असलहों की खरीद फरोख्त कर जरायम पेशे को मजबूत करते हैं।

जनपद के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय तथा एएसपी मधुवन कुमार की जुगल बन्दी कहा जाय या कुछ और कि जदपद के हर थाने में आये दिन किसी न किसी अपराधी की शामत आ ही जाती है। उक्त जोडी की मंशा को समझने में क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर तथा इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने भी देर नहीं की और लगातार क्षेत्र में होने बाले अपराधों पर एक तरह से विराम लगाने का कार्य करना शुरू कर दिया है। इसी प्रक्रिया में गुरूवार को थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सुबह करीब नौ बजे गपकापुर से समदपुर जाने वाली सडक से एक शातिर हिस्ट्रीशीटर को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम महेश शाक्य पुत्र अमर सिंह निवासी समदपुर बताया।

पुलिस को उसके पास से अबैध फैक्ट्री मेड बारह बोर की एक बन्दूक तथा दो कारतूस बरामद हुये। महेश ने बताया कि उक्त बन्दूक उसने कुछ ही दिनों पूर्व बन्टू चैहान पुत्र जगपाल सिंह निवासी जगतपुर थाना बेबर तथा अनिल उर्फ कल्लू भदौरिया पुत्र रामबाबू निवासी मदनापुर से खरीदी है। पुलिस ने बताया कि पकडा गया आरोपी महेश एक शातिर अपराधी तथा मजारिया हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस ने महेश को लिखापढी के बाद जेल भेज दिया है। जबकि बन्टू चैहान तथा कल्लू भदौरिया की तलाश में दविशें दीं जा रहीं हैं। गौरतलब है कि उक्त दोनों आरोपियों ने इसके पूर्व भी 28 सितम्बर 2020 को 315 बोर की एक रायफल धर्मेन्द्र सिकरवार पुत्र राम सिंह निवासी कोल्हू डाडा चिनौनी जनपद मुरैना म0प्र0 को एक लाख पैंतीस हजार रूपयों में बेची थी। जिसे खरीददार कार की बोनट में छिपा कर ले जा रहे थे। पर पुलिस की तेज निगाहों से अपराधी बच न सके और किशनी की सीमा पार करने से पूर्व ही धर लिये गये थे।

हिस्ट्रीशीटर महेश शाक्य द्वारा रचा गया अपराधिक इतिहास

किशनी/मैनपुरी। महेश शाक्य पहली बार तब सुर्खियों में आया जब 1996 में थाने में उस पर डकैती का केस दर्ज हुआ। उसके कुछ ही दिनों के बाद आम्र्स एक्ट में भी पुलिस ने उसका नाम दर्ज कर लिया। उक्त आरोपी पर राजस्थान के जनपद भरतपुर थाना सेवर में डकैती के तीन केस दर्ज हैं। थाना एलाऊ में भी उसे अबैध असलाह के साथ पकडा गया था। महेश को अब हिस्ट्रीशीटर संख्या 35 के तौर पर जाना जायेगा। महेश को पकडने गई टीम में इंस्पेक्टर अजीत सिंह, एसएसआई जैकब फर्नान्डिस, उ0नि0 धीरेन्द्र कुमार व प्रताप सिंह, सोनू भारद्वाज, मोहन जादौन, रामबाबू तथा विपिन सिकरवार शामिल थे।

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