कुशीनगर : डॉ. विनोद के रिसर्च ने कैंसर के स्थायी इलाज को लेकर जगायी उम्मीद

भास्कर ब्यूरो

हाटा,कुशीनगर। जीवन के लिए घातक बीमारी कैंसर पर चिकित्सा वैज्ञानिक गहन खोज में रात दिन एक किये हुए हैं। बुद्ध इंटरमीडिएट कालेज कुशीनगर के पूर्व छात्र व भारतीय मूल के वैज्ञानिक डा़ विनोद कुमार भारती ने अपने 5 वर्ष के कठिन परिश्रम के बाद कैंसर के मृत ऊतकों को पुनर्जीवित करने का राज खोजा है। उससे कैंसर के रोकथाम के प्रति उम्मीद जग गई है। इनके इस शोध को नेचर जर्नल ने 30 मार्च को प्रकाशित भी किया है। इससे बुद्ध इँटरमीडिएट कालेज सहित जनपद का नाम रोशन हुआ है।

कैंसर के मृत ऊतकों को पुनर्जीवित करने का रहस्य खोजा

डा़ विनोद कुमार भारती ने साइंस विषय से हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की शिक्षा बुद्ध इंटरमीडिएट कालेज कुशीनगर से प्राप्त की है। ये मूलत: जनपद गोरखपुर के बड़हलगंज के सिधुआपार के रहने वाले हैं। इनके पिता रामलखन प्रसाद जनपद कुशीनगर के दीवानी न्यायालय कसया व पड़रौना में एसपीओ रहे है। इस कारण डा़ भारती ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा यहां प्राप्त की। गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीएससी करने के बाद इंडियन इंस्टीच्यूट आफ साइंस बंगलौर एमएससी व पीएचडी बायोटेक्नोलाजी से किया है।

बुद्ध इंटर कालेज कुशीनगर के छात्र ने अमेरिका में किया शोध

वर्तमान में डा़ विनोद कुमार अमेरिका के न्यूयार्क में सीनियर साइंटिस्ट पद पर तैनात हैं। यहां पर इन्होंने क्रूशियल रोल मेकेनिज्म आफ ट्रास्क्रिप्सन कम्पाउण्ड डीएनए रिपेयर इन बैक्टीरिया विषय पर शोध किया। 5 वर्ष के कठिन परिश्रम के बाद उन्होंने यह सफलता अर्जित की। इनके इस शोध को प्रसिद्ध जर्नल नेचर ने 30 मार्च को प्रकाशित किया।

30 मार्च को नेचर जर्नल ने शोध किया प्रकाशित

इनके इस शोध पर आगे भी गहन अध्ययन होगा जिससे कैंसर पर लगाम लगाया जा सके। यह जानकारी इनके पिता ने दी है। डा़ भारती की इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक व श्रीनाथ संस्कृत महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के मंत्री गंगेश्वार पाण्डेय, प्रबन्धक अग्निवेश मणि, प्राचार्य डा़ राजेश कुमार चतुर्वेदी, पूर्व न्यायाधीश सतीश चन्द्र श्रीवास्तव, हरि प्रसाद,आर ए गौंड,ईं ओमप्रकाश ने कहा कि इससे देश सहित जनपद कुशीनगर का नाम रोशन हुआ है।

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