दैनिक भास्कर ब्यूरो
खड्डा-कुशीनगर। खड्डा तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा महादेवा में इस वर्ष आने वाली बाढ़ में गांव के कटने की पूरी संभावना दिखाई देने लगी है ।क्योंकि बाढ़ खंड द्वारा परियोजना स्वीकृत होने के बाद भी गांव को बचाने की दिशा में अब तक कोई कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। जबकि एसडीएम खड्डा उपमा पाण्डेय ने बाढ़ खंड के एसडीओ को सख्त चेतावनी दिया था कि 10 मई से कार्य को प्रारंभ करा दिया जाएए लेकिन कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। जिसको लेकर ग्रामीण चिंतित दिखाई दे रहे हैं।
बताते चलें कि पिछले वर्ष आई बाढ़ ने कटान करते.करते महादेवा गांव के समीप पहुंच गई थी गांव को बचाने के लिए प्रशासन को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा था। प्रशासनिक अधिकारियों की सूज वुझ का ही परिणाम रहा कि पिछले वर्ष गांव तो कटने से बच गया लेकिन इस बार वर्ष बाढ़ खत्म होने के बाद गांव को बचाने की दिशा में कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है। जब नदी में पानी वढता है तो कटान शुरू हो जा रही है। अभी भी दर्जनों एकड़ भूमि पानी में गिर चुकी है। नदी गांव के समीप से वह रही है।बाढ़ आने से पूर्व उप जिलाधिकारी खड्डा उपमा पांडे ने महादेवा गांव का निरीक्षण बाढ़ खंड एसडीओ के साथ विगत दिनो किया था।और शीघ्र कार्य को प्रारंभ कराने का निर्देश दिया था।
लेकिन परियोजना स्वीकृत होने के बाद भी बाढ़ खंड द्वारा अभी तक कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है। जिसको लेकर ग्रामीणों में चिंता की लकीरें साफ दिखनी शुरू हो गई हैं। कार्य शुरू अब तक नहीं होने के बारे मे बाढ़ खंड एसडीओ मनोरंजन कुमार का कहना है कि गांव को बचाने के लिए कटर में उपयोग होने वाले पायलट तैयार कराया जा रहा हैए जिसको लाकर 3 किलोमीटर की एरिया में नदी में डाल दिया जाएगा। जिससे नदी का कटान नहीं होगा गांव को हर हाल में बचाने की कोशिश की जायेगी