कुशीनगर के मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध की लेटी प्रतिमा के समक्ष बिताए दस मिनट
भिक्षु संघ के अध्यक्ष अग्ग महापंडित भदंत ज्ञानेश्वर ने पीएम मोदी को भेंट की तथागत की प्रतिमा
भास्कर ब्यूरो
कसया कुशीनगर। बैसाख की पूर्णिमा को इस धराधाम पर जन्म लेने वाले भगवान बुद्ध की त्रिविध पावनी जयंती इस बार कुशीनगर के लिए खास रहा। जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार कुशीनगर आये और मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर में भगवान बुद्ध की चिर निद्रा में शयन वाली प्रतिमा की विशेष पूजा की। पीएम मोदी ने मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर में चीवरदान कर देश के अभुदय की कामना की।
इस दौरान भिक्षु संघ के अध्यक्ष भदंत ज्ञानेश्वर ने उन्हें तथागत की प्रतिमा भेंट की। पड़ोसी देश नेपाल के लुंबिनी आयोजित बुद्ध जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने के बाद शाम 5.15 बजे पीएम मोदी वायुसेना के हेलीकॉप्टर के कुशीनगर अंतरर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट लौटे और कसया बाईपास फोरलेन मार्ग से कुशीनगर के महापरिनिर्वाण मंदिर के मुख्य गेट से विशेष ई रिक्शा से मंदिर दर्शन व पूजन के निमित्त पहुंचे।
इस दौरान देवरिया सांसद रमापतिराम त्रिपाठी, कुशीनगर सांसद विजय कुमार दुबे, पूर्व गृहराज्यमंत्री कुंवर आरपीएन सिंह समेत विधायक ने पीएम का स्वागत किया। बुद्धम शरणम गच्छामि व बुद्ध मंत्रों के साथ प्रधानमंत्री ने बुद्ध जयंती पर तथागत भगवान बुद्ध का पूजन अर्चन किया तथा भगवान बुद्ध की लेटी हुई सातवीं सदी की प्रतिमा का पूजन किया। इसके बाद भिक्षु संघ के अध्यक्ष भदंत ज्ञानेश्वर ने उन्हें भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट का आशीर्वाद प्रदान किया। पीएम ने कुशीनगर समेत उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की।
वहां पीएम का काफिला एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए रवाना हो गया। इस दौरान सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस, पीएसी समेत विभिन्न कंपनियों के जवान पीएम की सुरक्षा में तैनात रहे। पीएम को लेकर फोरलेन पर आवागमन बाधित रहा। पीएम के निकलते ही फोरलेन पर एक बार पुनः ट्राफिक व्यवस्था पुराने ढर्रे पर लौट आयी।