कुशीनगर : दरकते रिश्तों के दौर में पत्नी बनी सावित्री, किडनी देकर बचायी पति की जान

दैनिक भास्कर ब्यूरो

मंसाछापर, कुशीनगर। पिछले एक वर्ष से जीवन और मरण के बीच किडनी की बीमारी से जूझ रहे अपने पति को किडनी देकर जहाँ उसके जीवन को बचाने में सावित्री बनी पत्नी को सफलता मिली है। जटहा बाजार थाना क्षेत्र के पकहा मुसहरी टोला निवासी जगदीश यादव का शादी शुदा पुत्र 32 वर्षीय ओम प्रकाश यादव पिछले एक वर्ष से किडनी की बीमारी से ग्रसित था। जिसके जीवन को बचाने का अंतिम विकल्प स्वस्थ किडनी का प्रत्यारोपण होना ही शेष था। ओमप्रकाश यादव की शादी दो वर्ष पूर्व इसी थाना क्षेत्र के एकवनही उर्फ भागवत पुर निवासी व्यास यादव की पुत्री निशा के साथ हुयी है।

किडनी प्रत्यारोपण के लिये पत्नि निशा का कहना था कि पति के जीवन की रक्षा के लिये यदि अपनी जान भी देनी पड़े तो कम है । फिर क्या था पति के लिये पत्नि ने अपनी किडनी देने के लिये लखनऊ के गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल जा कर चिकित्सकों से परामर्श के बाद किडनी का प्रत्यारोपण करा पति की जान बचाने में कामयाब हुयी है। घर वालों के अनुसार किडनी प्रत्यारोपण में बारह लाख रुपये का खर्च हुआ है। जो खेत बेचकर इलाज कराया गया है। किडनी प्रत्यारोपण करने वाले चिकित्सकों ने दोनों का स्वास्थ्य सामान्य बताया है। पति पत्नी से एक वर्ष का पुत्र अर्नव है सिर से एक पिता का साया उठने से बच गया ।

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